हापुड़ – ग्राम हिम्मतपुर तहसील गढ़मुक्तेश्वर जनपद हापुड़ के अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग के लोगों की भूमि पर दबंगों द्वारा अवैध कब्जे के संबंध में भारतीय किसान यूनियन भानु के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप ने कार्यकर्ताओं के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया।
भारतीय किसान यूनियन भानु के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अवैध कब्जा करने वाले भू माफियों को उनकी सही जगह दिखा रहे है और भू माफियों पर सख्त कार्यवाही करने के आदेश दे रखे हैं। मगर कुछ अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेशों की अवमानना कर रहे है। जिससे भू माफियों के हौसले बुलंद हो रहे है जिसकी वजह से भू माफिया जमीनों पर अवैध कब्जा करने से नहीं डर रहे हैं।
उन्होंने बता कि सन 1981 में कृषि भूमि के पट्टे सरकार द्वारा दिए गए थे। तब से ही पीड़ित परिवार वह जोत मलिक काविज चले आ रहे हैं। तथा सन 1997 में उप जिलाधिकारी गढ़मुक्तेश्वर के आदेश से पीड़ित परिवार को मिले पटे संक्रमण्या भूमिधर् घोषित किए गए थे। पीड़ित परिवार के पास उक्त भूमि के अतिरिक्त अन्य कोई साधन अपने व अपने परिवार की जीविका चलाने का साधन नहीं है। परंतु किन्हीं कारण से पीड़ित परिवार के पट्टेशासन द्वारा निरस्त कर दिए गए थे। निरस्तीकरण के आदेश के विरुद्ध परिवार उच्च न्यायालय इलाहाबाद की शरण में चले गए वाद घोषित किया गया। वाद में उच्च न्यायालय इलाहाबाद ने सरकार को पीड़ित के कब्जे में अवरुद्ध पैदा करने से रोका गया जो आदेश आज तक भी प्रभावी है।
भानु प्रताप ने आरोप लगाते हुए कहा ग्राम प्रधान व भूमि विकास बैंक के चेयरमैन भूदेव सिंह उर्फ सुभाष अपने पद व रसूखों का दुरुपयोग करते हुए जबरदस्ती अपनी हेकड़ी के बल पर पीड़ित परिवार की भूमि पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। पीड़ित उक्त भूमि पर लगभग 45 वर्षों से काबिज चले आ रहे हैं। ग्राम प्रधान व भूमि विकास बैंक चेयरमैन भूदेव सिंह उर्फ सुभाष उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना कर रहे हैं।
भारतीय किसान यूनियन भानु के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप ने कहा कि अगर जिलाधिकारी हमारी शिकायत पर सुनवाई नहीं करती है और भू माफियों पर कार्यवाही नहीं करती है तो हम उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक के पास जाएंगे और शिकायत करेंगे कार्यवाही कराएंगे और वहां से भी भू माफियों पर अगर कार्यवाही नहीं होती है तोभारतीय किसान यूनियन भानु के हजारों कार्यकर्ताओं के साथ हम आंदोलन करेंगे।