हापुड़ में भीषण गर्मी में त्वचा रोगियों की संख्या पांच गुना तक बढ़ गई है। स्कैबीज, दाद और बर्न स्किन की समस्या लेकर हर रोज 400 से अधिक मरीज अस्पतालों में सरकारी और निजी अस्पतालों पहुंच रहे हैं। अस्पतालों की ओपीडी फुल हैं। बच्चों के शरीर में एलर्जी के दानों से तरल बह रहा है, जिससे उनकी रातों की नींद भी गायब हो गई है।
गर्मी बढ़ने के साथ-साथ त्वचा रोग के मरीज बढ़ने लगते हैं। त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. अमरजीत सिंह ने बताया कि ओपीडी में आने वाले मरीजों में चेहरे पर त्वचा झुलसने के धब्बे दिखाई दे रहे हैं तो कई उमस से परेशान हैं। साथ ही धूप से एलर्जी, हाथों में खुजली के मरीज आ रहे हैं। स्कैबीज के मरीजों की संख्या अचानक बढ़ गई है। तापमान में जैसे-जैसे बढ़ोतरी हो रही है, वैसे ही गर्मी में स्कैबीज, दाद और बर्न स्किन के मरीज बढ़े है।
उन्होंने बताया कि इन बीमारियों के साथ चिकन पॉक्स और हरपीज जोस्टर के मरीज भी बढ़ गए हैं। चिकन पॉक्स के मरीजों में बुखार की भी समस्या रहती है। उनका शरीर बुखार के कारण जलता है। हरपीज जोस्टर के मरीजों को दर्द का सामना अधिक करना पड़ रहा है। यह बीमारी शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है। जहां भी होती है वहां पर एक साथ कई लाल रंग के दाने हो जाते हैं। भीषण गर्मी में बचाव के लिए चिकित्सक गर्मी से खुद का बचाव करने की सलाह दे रहे हैं।