हापुड़ में मौसम में बदलाव से गर्मी आते ही जिले में त्वचा रोगियों की संख्या बढ़ गई हैं, फंगल इंफेक्शन के सबसे अधिक मरीज हैं। रोजाना ओपीडी में मरीजों की भरमार रहती है। इसमें स्केबीज के मरीज भी शामिल रहे। मरीजों की बढ़ती संख्या में अतिरिक्त दवाओं की डिमांड भेजी गई है, कुछ अस्पतालों में लोशन की कमी चल रही है।
चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. अमरजीत सिंह ने बताया कि त्वचा रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। सीएचसी और जिला अस्पताल की ओपीडी में शुक्रवार को 590 मरीज आए। ओपीडी में आने वाले 80 फीसदी मरीजों में फंगल इंफेक्शन मिल रहा है। फंगल इंफेक्शन सबसे शरीर के पसीना रुकने वाले स्थानों पर अधिक होता है, जैसे बगल, जांघ, छाती का निचला भाग और उंगलियों का बीच। इसके बाद करीब 10 फीसदी मरीज स्केबीज के हैं। इन मरीजों को उंगलियों के बीच, चेहरे पर या शरीर के अन्य जगहों पर दाने बन जाते हैं।
डॉ. अमरजीत सिंह ने बताया कि बाजार में केमिकलयुक्त रंग आ रहे हैं, जो शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। होली के बाद कई ऐसे मरीज आते हैं, जिनको पहले त्वचा की एलर्जी नहीं थी और होली खेलने के बाद चेहरे पर दाने निकल आते हैं। जिन लोगों को पहले से एलर्जी की समस्या थी वो केमिकल रंगों से बढ़ जाती है।