हापुड़ सहित चार जिलों के ऊर्जीकरण की परियोजना अब फिर अटक गई है। हाईकोर्ट में अटौला के किसान की याचिका के बाद मुरादाबाद से गढ़ के सिकंदरपुर स्थित 400 केवी क्षमता के बिजलीघर तक आने वाली लाइन का कार्य रोक दिया गया है। सिर्फ चार पोल की ही लाइन का कार्य शेष है।
मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाली योजनाओं में यह बिजलीघर भी शामिल है। गढ़ के सिकंदरपुर में बन चुके 400 केवी क्षमता के बिजलीघर से हापुड़, मेरठ, गजरौला और अमरोहा में सप्लाई प्रस्तावित है। इसके ऊर्जीकरण के लिए एक लाइन मुरादाबाद स्थित 765 केवी के बिजलीघर से बनाई जा रही है।
पिछले करीब दो साल से इस पर कार्य चल रहा है, लेकिन कई बार हापुड़ से मेरठ के थाना खरखौदा क्षेत्र के बीच तार चोरी किए गए हैं। पटना मुरादपुर के पास एक खंभा भी चोरों ने गिरा दिया था। लेकिन इन सबसे बाहर निकलकर, पावर ग्रिड के अधिकारियों ने लाइन बनाने का कार्य 95 फीसदी तक पूरा कर लिया।
हालांकि अटौला गांव के एक किसान ने उसके खेतों से होकर निकल रही लाइन को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जिस पर सुनवाई चल रही है, ऐसे में मुरादाबाद से सिकंदरपुर तक बन रही विद्युत लाइन का कार्य रोक दिया गया है। अब वैकल्पिक तौर पर मेरठ जिले के किला परीक्षितगढ़ स्थित 765केवी क्षमता के बिजलीघर से ही ऊर्जीकरण किया जा रहा है।
पावर ग्रिड एके रॉय- ने कहा की मुरादाबाद से सिकंदरपुर तक लाइन बनाने का कार्य लगभग पूरा है। अटौला के पास कुछ कार्य प्रभावित है। हाईकोर्ट में केस चल रहा है, जिस कारण लाइन निर्माण का कार्य रुका है।