हापुड़। गांव रसूलपुर के एक किसान से खसरा-खतौनी में नाम सुधार के एवज में 30 हजार रुपये की रिश्वत लेने और 10 हजार रुपये और मांगने के आरोप में हलका लेखपाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। मामला सामने आने के बाद संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद एसडीएम सदर ईला प्रकाश ने तत्काल कार्रवाई करते हुए जांच शुरू कर दी है।
क्या है मामला?
किसान सुदेशपाल ने आरोप लगाया कि उनकी जमीन में भाई भी सह-खातेदार हैं। जब खसरा-खतौनी को ऑनलाइन अपडेट किया गया, तो तहसील कर्मचारियों द्वारा मनमाने तरीके से जमीन का बंटवारा कर दिया गया। इसके बाद वह कागजात सही कराने के लिए हलके के लेखपाल करुण यादव के पास पहुंचे।
किसान का आरोप है कि लेखपाल ने उन्हें कई दिन चक्कर कटवाने के बाद भी काम नहीं किया। आखिर में जब वह ग्राम प्रधान के साथ लेखपाल से मिले, तो लेखपाल के निजी सहायक के माध्यम से 30 हजार रुपये की मांग की गई। आरोप है कि यह लेनदेन प्रधान के भाई के घर पर हुआ, जिसका वीडियो वायरल हो गया है।
वायरल वीडियो की जांच में नया मोड़
वीडियो में दो अन्य लोग भी नजर आ रहे हैं, जिनके बयान एसडीएम ने दर्ज किए हैं। उन्होंने बताया कि यह लेनदेन दरअसल पशु खरीद से जुड़ा हुआ था। इस दावे के आधार पर प्रशासन फिलहाल दोनों पहलुओं की जांच कर रहा है।
प्रशासन का पक्ष
एसडीएम सदर ईला प्रकाश ने बताया,
“लेखपाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। वीडियो में दिख रहे अन्य दो लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं, जिन्होंने इसे पशु खरीद का लेनदेन बताया है। शिकायतकर्ता ने सोमवार को उपस्थित होने से इंकार कर दिया है, जब वह आएंगे तो उनके बयान भी दर्ज किए जाएंगे।”
प्रारंभिक जांच में मामला संदेहास्पद है और अंतिम निर्णय साक्ष्यों व बयान दर्ज होने के बाद ही लिया जाएगा।