जनपद हापुड़ के ऊर्जा निगम में गड़बड़ी का एक और मामला सामने आया है, उपखंड कार्यालय द्वितीय क्षेत्र में एक अवर अभियंता ने निर्माणाधीन मकानों में स्थाई कनेक्शन दे दिए। साथ ही जेई को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
इस मामले में एमडी कार्यालय से उच्चस्तरीय जांच चल रही है। गढ़ डिवीजन की गतिविधियों को देखकर हाल ही में एक्सईएन को भी एसई कार्यालय से अटैच किया गया है। अब नया फर्जीवाड़ा कनेक्शन देने में किया गया है।
उपखंड कार्यालय द्वितीय क्षेत्र में आधे अधूरे बने मकानों में स्थाई कनेक्शन धड़ल्ले से दिए जा रहे हैं। 12 से अधिक मकानों के फोटो सहित एक्सईएन कार्यालय में शिकायत की गई थी।
एक्सईएन ने खुद जाकर इनकी जांच की, इसमें गड़बड़ी मिली। एक्सईएन ने पुष्टि की है कि निर्माणाधीन मकानों में स्थाई कनेक्शन ही दिए गए हैं, जबकि नियम अस्थाई कनेक्शन देने का है।
बता दें कि ही बीते दिनों नोएडा में निर्माणाधीन कांप्लेक्स व अन्य बड़े निर्माण में स्थाई कनेक्शन दिए जाने पर कई उच्चाधिकारियों पर गाज गिरी थी। इसके बाद से ही कनेक्शनों को लेकर शासन गंभीर है। बहरहाल, इस मामले में अवर अभियंता को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है।
अस्थाई घरेलू कनेक्शन लेने पर 200 रुपये फिक्स चार्ज और आठ रुपये प्रति यूनिट की दर से बिल देना होता है। नॉन घरेलू कनेक्शन में 300 रुपये फिक्स चार्ज और 9 रुपये यूनिट की दर से बिल बनाया जाता है। न्यूनतम बिल भी 450 रुपये प्रति सप्ताह तक आता है। जबकि स्थाई कनेक्शन लेने पर सिर्फ चार से पांच रुपये प्रति यूनिट तक ही बिल आता है।
अधिशासी अभियंता-मनोज कुमार ने बताया कि अस्थाई भवनों में स्थाई कनेक्शन देने का मामला सामने आया था, जांच करने के दौरान कनेक्शनों में अनियमितता मिली है। अवर अभियंता योगेंद्र कुमार को नोटिस जारी कर, जवाब मांगा है। इस मामले में सख्त कार्यवाही होगी।