शहर में इन दिनों यातायात माह चल रहा है, लेकिन शहर में यातायात के नियमों का पालन नहीं हो रहा है। यातायात माह के बावजूद वाहन चालक नियमों की अनदेखी कर रहे है। अधिकांश बाइक सवार हेलमेट का इस्तेमाल नहीं कर रहे है। इसके साथ ही बाइक पर तीन से चार सवारी और बच्चे बिठाकर फर्राटा भर रहे है। नियम तोड़ने में कार सवार भी पीछे नहीं दिखे। शायद ही कोई कार सवार हो जो सील्ट बेल्ट लगाए हो।
शुक्रवार को मेरठ तिराहे पर एक व्यक्ति ने तो मोपेड को ही कार बना डाला। तीन बच्चों व पत्नी के साथ मोपेड पर सवार होकर यह मेरठ तिराहे से गुजरा, लेकिन यातायात पुलिस को दिखाई नहीं दिया।
यातायात नियमों की अनदेखी के कारण होने वाले हादसों में प्रति वर्ष सैकड़ों लोग घायल होते हैं। फिर भी लोग यातायात नियमों के प्रति जागरूक नहीं हो रहे हैं। इन्हें न तो ट्रैफिक नियमों की परवाह है और न ही खुद की जान की चिंता।