हापुड़। रामपुर रोड पर अवैध रूप से पशु अवशेष के गोदामों का संचालन करने के मामले में संचालकों ने पालिका के नोटिसों का जवाब नहीं दिया है। जिसके बाद अभी गोदामों से सील नहीं हटेगी। साथ ही लोगों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने के मामले में शासन को भी रिपोर्ट भेजी जाएगी। हालांकि, अवैध रूप से भंडारित पशु अवशेषों के गोदामों का संचालन करने के आरोप में पहले ही सात लोगों के खिलाफ कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है।
बीते 28 अप्रैल की दोपहर को बुलंदशहर रोड पर दोपहर को अचानक से दुर्गंध फैली। इसकी, शिकायत पुलिस और स्थानीय प्रशासन से की गई थी। इस मामले में नगर पालिका, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस विभाग की टीम ने मिलकर रामपुर रोड स्थित चमड़ा मंडी में खादिम हाइड एजेंसीज की ब्रांच पर छापा मारा था। मौके पर सात गोदाम अवैध रूप से संचालित मिले थे।
गोदामों में अवैध रूप से पशुओं के अवशेष मिले थे। टीम को पशुओं के सींग, खाल, कान, हड्डी के अवशेष आदि बड़ी मात्रा में रखे मिले थे। जिनसे दुर्गंध फैल रही थी। टीम के दस्तावेज मांगने पर संचालक अनापत्ति प्रमाण-पत्र और अन्य दस्तावेज नहीं दिखा सके थे। इसके बाद पालिका ने जेसीबी मशीन की मदद से पशु अवशेषों को जमीन में दबवा दिया था।
जिससे पर्यावरण को क्षति पहुंचने के साथ ही बिना लाइसेंस प्राप्त कर पशु अवशेषों का अवैध भंडारण करके आमजन के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ने के साथ ही संक्रमण फैलने की आशंका व्यक्त की गई थी। रात में ही एडीएम संदीप कुमार के निर्देश पर सातों गोदामों पर सील लगा दी गई थी।
अधिशासी अधिकारी इंद्रपाल सिंह-का कहना है की संचालकों ने अभी तक नोटिस का जवाब नहीं दिया है। जब तक नोटिस का जवाब नहीं मिलेगा और अन्य जांच पूरी नहीं होगी, तब तक गोदामों की सील नहीं खोली जाएगी। मामले में आगे की कार्यवाही के लिए उच्च अधिकारियों से निर्देश मांगे गए हैं।