हापुड़ जिले में शासन के नो हेलमेट, नो पेट्रोल के नियम की धज्जियां एक सप्ताह में ही उड़ गईं। शहर से लेकर देहात तक बिना हेलमेट के आसानी से दोपहिया वाहन चालकों को पंप के कर्मी पेट्रोल देते नजर आए। ऐसे में सड़क दुर्घटनाओं में मौत का आंकड़ा कम करने के शासन के सपने को ग्रहण लगता दिख रहा है।
पेट्रोल पंप पर वाहन चालकों को पेट्रोल बिना हेलमेट के आसानी से मिल रहा है। ज्यादातर मामलों में चालक या सवारी हेलमेट नही लगो थे। इस स्थिति से बचने के लिए सरकार ने नो हेलमेट-नो पेट्रोल का आदेश जारी किया। लेकिन इसका पालन न के बराबर ही हो रहा है। वाहन चालक बिना हेलमेट लगाए वाहन तो चला ही रहे हैं उन्हें पेट्रोल लेने में भी तनिक भी दिक्कत नहीं उठानी पड़ी।
शासन के आदेश पर जनपद में 27 जनवरी से नो हेलमेट, नो पेट्रोल का नियम लागू है, लेकिन जिले में उसका सख्ती से पालन नहीं हो रहा है। जिले के कई पेट्रोल पंपों पर रविवार को भी बिना हेलमेट पेट्रोल दिया गया, जो इस नए नियम के खिलाफ है। पेट्रोल पंप कर्मी खुलेआम नियम तोड़ते नजर आए। हालांकि, शहर के कुछ पंपों पर नियमों का पालन किया जा रहा है। जहां कई बाइक सवारों को हेलमेट न होने पर पेट्रोल नहीं दिया गया। इस पर पंप कर्मियों की नोकझोंक भी हुई।
जिले में 36 पेट्रोल पंप पंजीकृत हैं। कुछ जगहों पर नो हेलमेट, नो पेट्रोल को लेकर सख्ती है, लेकिन अन्य जगहों पर इसका कोई असर नहीं है। देहात के इलाकों में खुलेआम बिना हेलमेट पेट्रोल बेचा जा रहा है, लेकिन वहां पर कोई भी रोकने-टोकने वाला नहीं है। गढ़, ब्रजघाट, सिंभावली, बाबूगढ़, हापुड़ देहात, पिलखुवा देहात और धौलाना क्षेत्र में नियमों का उल्लंघन जारी है। पंपों पर बिना हेलमेट के ही बाइक सवारों को पेट्रोल लेते देखा जा रहा है।
कई पेट्रोल पंपों पर एक ही हेलमेट को कई वाहन चालकों को पहनाकर नियमों का पालन करवाया जा रहा है। पेट्रोल भरने के बाद फिर से हेलमेट ले लिया जाता है और दूसरे चालक को थमा दिया जाता है। कुछ पेट्रोल पंपों पर जागरूकता को लेकर कोई कदम भी नहीं उठाया गया है।
एआरटीओ प्रवर्तन रमेश कुमार चौबे- ने बताया की चालकों की सुरक्षा को लेकर यह नया नियम बनाया गया है। परिवहन विभाग लगातार हेलमेट न लगाने पर कार्यवाही कर रहा है। कुछ जगहों पर लापरवाही अधिक हो रही है। वहां पर जुर्माने की कार्यवाही को बढ़ाया जाएगा।