हापुड़। शहर के प्रमुख चौराहों पर लगने वाले जाम का मुख्य कारण ऑटो, ई-रिक्शा और डग्गामार बसों का खड़ा होना है। मुख्यमंत्री के आदेश पर इन दिनों एआरटीओ व यातायात पुलिस अभियान चला रही हो, लेकिन इन्हें न कार्यवाही की चिंता है और न ही चालान का डर है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से एक अप्रैल से अवैध और नियमों के खिलाफ चल रहे ई-रिक्शा के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए थे। बुधवार को भी एआरटीओ प्रवर्तन और यातायात पुलिस की कार्यवाही के बावजूद चौराहों पर ऑटो, ई-रिक्शा और प्राइवेट बसें खड़ी थीं। जो अधिकारियों से चंद कदमों की दूरी पर सवारी भर रहे थे।
चौराहों पर खड़े डग्गामार वाहन धड़ल्ले से सवारी भर रहे हैं। यातायात पुलिसकर्मी की मौजूदगी के बाबजूद ऑटो व ई-रिक्शा बीच सड़क पर खड़े थे। इसके कारण सड़क पर वाहनों की गति प्रभावित होती है और जाम लगता है। व्यापारी भी इन वाहनों को खड़ा कराने का विरोध करते है।
एआरटीओ प्रवर्तन रमेश चौबे का कहना है कि स्टेट परमिट वाली बसें फुटकर सवारी ले सकती हैं। चौराहों पर ऑटो, ई-रिक्शा और अन्य वाहन खड़े करके सवारी नहीं बैठा सकते हैं। यातायात पुलिस ने भी स्थान चिह्नित किए हुए हैं। इस दिशा में कड़ी कार्यवाही की जाएगी।