जनपद हापुड़ के हाईवे 9 के किनारे अवैध ढाबों के निर्माण की बाढ़ सी आ गई है। इन ढाबों को चिह्नित करते हुए एनएचएआई ने नोटिस जारी किए हैं। हापुड़ जनपद के 32 सहित मुरादाबाद तक करीब 150 ढाबा संचालकों को नोटिस जारी हुए हैं। बड़ी बात यह है कि ग्रीन बेल्ट तक इन ढाबों का निर्माण किया गया है। अब जल्द ही अधिकारी ढाबों को सील करने के साथ ही ध्वस्तीकरण की कार्यवाही करेंगे।
करीब दो साल पहले हापुड़ से मुरादाबाद के लिए एनएचएआई ने नया बाईपास बनाया था। इस हाईवे के बनने के बाद से ही बड़ी संख्या में होटल और ढाबों का निर्माण हुआ है। जिसमे हापुड़ से मुरादाबाद तक ढाबे बने हैं, एनएचएआई से अनापत्ति प्रमाणपत्र नहीं लिया। हाईवे से गुजरने वाले यात्रियों की परेशानियों को कम करने के लिए ढाबों का निर्माण तो हुआ, लेकिन निर्माण के दौरान नियमों का पालन नहीं हुआ। एनएचएआई, एचपीडीए, अग्निशमन विभाग आदि से बिना अनापत्ति प्रमाण-पत्र लिए ढाबों का निर्माण कर दिया गया।
यहां तक कि जो भूमि किसी अन्य कार्य के लिए रखी गई है और ग्रीन बेल्ट में शामिल है। वहां भी अवैध तरीके से ढाबों का निर्माण हुआ है। कुछ ढाबों का निर्माण टीन शेड डालकर कर दिया गया है। जिसके कारण तेज आंधी में कोई हादसा भी हो सकता है। कई जगह पर तो पार्किंग भी बिल्कुल हाईवे से सटाकर बना दी गई है। जबकि, कुछ स्थानों पर हाईवे की जमीन पर ही ढाबों का निर्माण कर दिया गया है। जिसको लेकर करीब 150 ढाबा संचालकों को नोटिस जारी किए गए हैं। जल्द ही अधिकारी ढाबों को सील करने के साथ ही ध्वस्तीकरण की कार्यवाही करेंगे।
मुरादाबाद परियोजना निदेशक अरविंद कुमार- ने बताया की हापुड़ से मुरादाबाद तक करीब 150 ढाबा संचालकों को नोटिस जारी किए गए हैं। इन्होंने विभाग से कोई अनापत्ति प्रमाण-पत्र नहीं लिया है। हापुड़ जनपद में 32 ढाबों को चिह्नित किया गया है। जल्द ही सीलिंग व अन्य कार्यवाही संबंधित विभागों के साथ मिलकर की जाएगी।