जनपद हापुड़ में क्षय रोग विभाग की तरफ से टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए नित नए प्रयास किए जा रहे हैं। जिसमे दो सप्ताह से अधिक खांसी, खांसी में बलगम या खून आना, जैसे लक्षण दिखायी देने पर टीबी की जांच अवश्य कराएं।
टीबी स्क्रीनिंग बढ़ाने के उद्देश्य से बुधवार को दस्तोई रोड स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय के सभागार में चिकित्सा अधिकारियों और स्टाफ नर्स का संवेदीकरण किया गया।
संवेदीकरण सत्र में जिला क्षय रोग अधिकारी डा. राजेश सिंह ने टीबी उन्मूलन कार्यक्रम और टीबी के लक्षणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने संवेदीकरण कार्यक्रम में जिले भर से पहुंचे सभी चिकित्सकों को निर्देश दिए कि उनकी फेसिलिटी (स्वास्थ्य केन्द्रों) की ओपीडी में आने वाले रोगियों की टीबी स्क्रीनिंग भी की जाए।
जिला पीपीएम समन्वयक सुशील चौधरी ने बताया कि दो सप्ताह से अधिक खांसी, खांसी में बलगम या खून आना, वजन कम होना, बुखार, सीने में दर्द और रात में सोते समय पसीना आना टीबी के लक्षण हो सकते हैं। ओपीडी में आने वाले किसी रोगी में यदि यह लक्षण मिलें तो टीबी की जांच अवश्य कराएं।