30 से अधिक इलाकों में जलभराव, लोगों को झेलनी पड़ी भारी परेशानी
हापुड़। नगर पालिका द्वारा नालों की सफाई के दावों की पोल उस समय खुल गई जब सोमवार सुबह तेज बारिश के बाद शहर के 30 से अधिक मोहल्लों, बाजारों और मुख्य मार्गों पर जलभराव हो गया। हालात ऐसे बन गए कि नालों का गंदा पानी घरों और दुकानों में घुस गया, जिससे लोगों को भारी नुकसान और असुविधा का सामना करना पड़ा।
सिर्फ एक रात की बारिश ने बिगाड़े हालात
जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय के अनुसार, रविवार रात 11 बजे से सोमवार शाम तक कुल 33 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। इस दौरान करीब सवा घंटे तक तेज बारिश हुई, जिससे कई इलाकों में डेढ़ से दो फीट तक पानी भर गया। नालों में जमी सिल्ट और कूड़ा सड़कों पर फैल गया।
गढ़ रोड बना जलभराव का केंद्र
गढ़ रोड पर नाला निर्माण कार्य के चलते सड़क के दोनों ओर डेढ़ फीट तक पानी भर गया। इससे कई दोपहिया व चारपहिया वाहन खराब हो गए। आसपास की फैक्टरियों और दुकानों में भी पानी घुस गया। रेलवे फाटक पार के मोहल्लों में सोमवार दोपहर तक लोग जलभराव की समस्या से जूझते रहे।
मुख्य बाजारों की दुकानें भी डूबीं
- गोल मार्केट, नगर पालिका परिसर, मीनाक्षी रोड, फ्री गंज रोड, रेलवे रोड, कोठी गेट जैसे इलाकों की दुकानों में भी नाले का गंदा पानी घुस गया।
- व्यापारी गोपाल, शिवम अग्रवाल, नवीन सिंघल आदि ने बताया कि दुकानों में रखा फर्नीचर भीग गया और सुबह खुद ही पानी निकालना पड़ा।
इन मोहल्लों में हुआ भारी जलभराव
गिरधरपुरा, भीमनगर, न्यू भीमनगर, गिरधारी नगर, सुभाष नगर, शिवनगर, साकेत कॉलोनी, सर्वोदय कॉलोनी, रघुवीर गंज, आर्य नगर, जवाहर गंज, श्रीनगर, शिवपुरी, पटेल नगर, सूरज गंज, रेवती कुंज, गोपीपुरा, शिवचरनपुरा, मोरपुरा, शास्त्रीनगर, नवज्योति कॉलोनी, चमरी, लज्जापुरी, रफीकनगर, मजीदपुरा आदि।
साफ-सफाई पर उठे सवाल
नगर पालिका ने इस बार नालों की सफाई पर करीब 50 लाख रुपये खर्च करने का दावा किया था। लेकिन बारिश के बाद जिस तरह से कूड़ा बाहर आया और पानी की निकासी धीमी रही, उसने इन दावों की सच्चाई उजागर कर दी।
पालिका का दावा: पानी निकासी में सुधार
अधिशासी अधिकारी संजय मिश्रा ने सफाई देते हुए कहा, “पालिका द्वारा सफाई कराए जाने के कारण ही जल्द पानी निकल गया। बारिश अधिक होने की वजह से कुछ समय के लिए जलभराव हुआ।”