जनपद हापुड़ में बेमौसम बारिश से सोमवार तक जिले में गेहूं की 6.15 फीसदी और सरसों की 8.17 फीसदी फसल बर्बाद हो गई है। लेखपालों ने सर्वे के बाद रिपोर्ट सौंपी है, मंगलवार को झमाझम बारिश के बाद से फसल क्षति का आकलन 20 फीसदी से ऊपर पहुंच सकता है। किसानों को मौसम की दोहरी मार पड़ी है।
हापुड़ जिले के 43 हजार हेक्टेयर रकबे में गेहूं और 2493 हेक्टेयर रकबे में सरसों की बुवाई हुई है। इन दिनों खेतों में सरसों पककर तैयार खड़ी है, कृषि अधिकारियों ने सर्वे कर 60 हजार क्विंटल सरसों उत्पादन की भी रिपोर्ट तैयार की है।
सोमवार तक जिले में बरसात हल्की रही, इस दौरान लेखपालों से फसल क्षति का सर्वे कराया गया। कृषि विभाग के अधिकारियों ने दावा किया है कि सोमवार तक के सर्वे में 8.17 फीसदी सरसों और 6.15 फीसदी गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है। जबकि सोमवार रात से मंगलवार तक जोरदार बारिश हुई है, जिससे फसलों के नुकसान का आंकड़ा कहीं अधिक बढ़ गया है।
आम की बागवानी को नुकसान हो रहा है। आम का सीजन आने वाला है, पेड़ बोर से लदे पड़े हैं। लेकिन बेमौसम बरसात ने बोर को झाड़ दिया है, इससे आम के उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। यही हाल मसूर दाल का है, खेतों पर मसूर तैयार है। लेकिन बरसात से यह फसल भी चौपट हो गई है।
जिला कृषि अधिकारी मनोज कुमार- ने बताया की सोमवार तक की रिपोर्ट के अनुसार बेमौसम बरसात से गेहूं की 6.15 और सरसों की 8.17 फीसदी फसल को नुकसान पहुंचा है। फसल क्षति का सर्वे चल रहा है। मंगलवार को भी सर्वे हुआ है, किसान अभी भी टोल फ्री नंबर पर सूचना दे सकते हैं।