जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर ब्रजघाट में अस्थि विसर्जन करने आए हरियाणा के 11 लोगों से भरी मोटरबोट गंगा में पलट गई। कांवड़ मेले के दौरान हुए हादसे से पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया है। आनन फानन में गोताखोर-मल्लाहों की टीम ने सभी को सकुशल बाहर निकाला। मौके पर पहुंचकर डीएम व एसपी ने जायजा लिया।
हरियाणा के रेवाडी जनपद के गांव खिजूरी निवासी अशोक कुमार अपने परिवार के लोगों के साथ मृतक दादी फूला देवी की अस्थि विसर्जन करने के लिए बृहस्पतिवार को ब्रजघाट आए थे। जो मोटरबोट में सवार होकर गंगा की बीच धारा में अस्थि विसर्जन के लिए चल दिए।
गंगा के मुख्य स्नानघाट आरती स्थल से मोटरबोट जैसे ही कुछ आगे की तरफ चली, तो अचानक गंगा में लगे लाइट के एक खंभे से टकरा गई, जिससे नाविक नियंत्रण खो बैठा और मोटरबोट पलट गई। जिसके कारण उसमें सवार 11 लोग गंगा में डूबने लगे।
शोर सुनकर सुरक्षा के लिए तैनात राजमल केवट और उनकी टीम के साथियों ने तुरंत अपनी जान की परवाह किए बिना गंगा में छलांग लगाकर सभी को सुरक्षित बचा लिया। जिन्होंने गंगा में डूब रहे लोगों को करीब आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला, लेकिन नाव गंगा में समा गई। हादसे में अशोक कुमार की अंगुली कट गई, जिससे वह घायल हो गए। मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने घायल को उपचार दिलाया।
हादसे की सूचना के बाद डीएम प्रेरणा शर्मा, एसपी अभिषेक वर्मा, एएसपी मुकेश चंद्र मिश्रा, एसडीएम अंकित कुमार वर्मा, सीओ आशुतोष शिवम भी मौके पर पहुंच गए। जिन्होंने स्थानीय पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की पांच-पांच सदस्य टीम बनाकर दिन-रात ड्यूटी का निर्देश दिया है।