विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूनिसेफ की टीम ने सर्वे में किया खुलासा, गढ़ ब्लॉक में जागरूकता बेहद कम
हापुड़। सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने की जिम्मेदारी निभा रहीं आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गढ़मुक्तेश्वर ब्लॉक में जागरूकता बढ़ाने में विफल साबित हो रही हैं। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और यूनिसेफ की टीम द्वारा किए गए सर्वे में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
टीम ने जब गढ़ ब्लॉक के ग्रामीण इलाकों में घर-घर जाकर योजनाओं और सेवाओं की जानकारी ली तो सिर्फ 48% लोग ही 102 और 108 एंबुलेंस सेवा के बारे में जानकारी दे सके।
सिर्फ आधे को ही गंभीर बीमारियों की जानकारी
सर्वे के अनुसार:
- कुष्ठ रोग की जानकारी केवल 55% लोगों को थी।
- दिमागी बुखार के बारे में सिर्फ 50% लोगों ने सही जानकारी दी।
- आभा हेल्थ आईडी केवल 48% लोगों की ही बनी मिली।
- स्वास्थ्य विभाग के स्टीकर भी केवल 33% घरों पर लगे मिले।
समीक्षा बैठक में खुली पोल
बृहस्पतिवार को विकास भवन में विशेष संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान की समीक्षा बैठक आयोजित हुई, जिसमें जुलाई चक्र के तृतीय सप्ताह की प्रगति का आकलन किया गया। हापुड़, धौलाना और सिंभावली ब्लॉक की स्थिति संतोषजनक रही, लेकिन गढ़ ब्लॉक पिछड़ा हुआ मिला।
अधिकारियों को दिए गए सख्त निर्देश
जिला मलेरिया अधिकारी सतेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि गढ़ ब्लॉक की स्थिति संतोषजनक नहीं है।
📌 मुख्य बिंदु:
- गढ़ ब्लॉक में 102/108 सेवा की जानकारी सिर्फ 48% लोगों को
- केवल 55% को कुष्ठ रोग और 50% को दिमागी बुखार की जानकारी
- 33% घरों पर ही स्वास्थ्य विभाग के स्टीकर लगे
- समीक्षा बैठक में गढ़ की स्थिति पर चिंता, दिए गए सुधार के निर्देश
“बैठक में संबंधित अधिकारियों को तत्काल सुधार के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य योजनाओं और रोगों की जानकारी हर घर तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है।”
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