हापुड़। मां सरस्वती का जन्मोत्सव वसंत पंचमी का पर्व सर्वार्थ सिद्धि योग में दो फरवरी को मनाया जाएगा। इस दिन विवाह के शुभ मुहूर्त भी रहेंगे। सड़कों पर बैंड-बाजा और बरात की धूम रहेगी। जिलेभर में वसंत पंचमी पर 300 से अधिक शादियां होंगी। ऐसे में इस दिन सभी मैरिज हॉल, बैंक्वट बुक हैं और जोरों से तैयारी चल रही है।
वसंत पंचमी के अबूझ साये पर इस बार शहर भर में लगभग 300 से अधिक शादियां होंगी। इस बार दो फरवरी को वसंत पंचमी है सड़कों पर बैंड-बाजा और बरात की धूम रहेगी, खुशियों की शहनाई गूंजेगी।
ज्योतिषाचार्य पंडित संतोष तिवारी ने बताया कि दो फरवरी को सुबह 9:14 बजे से पंचमी तिथि आरंभ होगी, जो तीन फरवरी को सुबह 4:27 बजे तक रहेगी। रविवार को सुबह 7:08 बजे से रात्रि 12.52 बजे तक सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। वसंत पंचमी मां सरस्वती की पूजा के लिए विशेष दिन होता है। साथ ही यह पर्व अबूझ मुहूर्त वाले पों में शामिल है। ऐसे में इस दिन शहनाई की गूंज भी सुनाई देगी।
उन्होंने बताया कि वसंत पंचमी विद्या की देवी मां सरस्वती की अराधना का दिन है। इस बार दो फरवरी को सरस्वती पूजा मनाई जाएगी। प्राकृतिक रूप से वसंत पंचमी का बड़ा महत्व है क्योंकि इस पर्व से ही वसंत ऋतु की शुरुआत हो जाती है और सर्दी कम होने लगती है। वसंत पंचमी के दिन विद्यार्थियों के हाथ से मां सरस्वती का पूजन करने से विद्या, बुद्धि, शिक्षा की प्राप्ति होती है। मां सरस्वती की प्रसन्नता के लिए पंचांग, कॉपी, पेन, धार्मिक ग्रंथ, रुद्राक्ष माला, शंख, आसन, चंदन आदि का बच्चों के हाथ से दान कराई जा सकती है। सरस्वती बीज मंत्र, सरस्वती स्तोत्र, कवच इत्यादि के द्वारा विद्या के लिए जाप,जाप, हवन भी कराया जा सकता है।