हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर के दौताई में मध्य गंग नहर पर बना पुल जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है। पुल की जर्जर हालत को देखते हुए एनएचएआई, प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को निरीक्षण किया। पुल की मरम्मत के लिए अधिकारियों ने 15 दिन का समय मांगा है। ऐसे में इस पुल से प्रतिदिन गुजरने वाले वाहनों का कल से रूट डायवर्जन दिया जाएगा।
यह पुल मेरठ और गढ़ क्षेत्र को आपस में जोड़ता है। करीब 40 साल पुराने इस पुल की लंबाई लगभग 70 मीटर और चौड़ाई साढ़े सात मीटर है। वर्तमान में पुल बहुत अधिक जर्जर है। मध्यगंग नहर पुल की जर्जर हालत किसी बड़ी अनहोनी की तरफ इशारा कर रही है। इसमें कई स्थानों पर छेद भी हो चुका है। ऐसे में एनएचएआई के अधिकारियों ने पुल को तुरंत बंद करने की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को दी है। बृहस्पतिवार को एनएचएआई के पीडी मुरादाबाद अनुज कुमार जैन, एसडीएम साक्षी शर्मा, सिंचाई विभाग के एसडीओ बाबूराम सिंह और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे।
पुल का निरीक्षण करने के बाद एनएचएआई के अधिकारियों ने कहा कि मरम्मत कार्य के लिए लगभग 15 दिन का समय लगेगा। ऐसे में रूट डायवर्जन की आवश्यकता है। साथ ही नहर के पानी को भी रोका जाए। इसके बाद सभी अधिकारी डीएम कार्यालय पहुंचे और स्थिति की जानकारी दी। डीएम प्रेरणा शर्मा ने संबंधित अधिकारियों को तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस बल मिलने के बाद इसी सप्ताह शनिवार से रूट डायवर्जन करने की तैयारी है। इसके लिए यातायात सीओ की ड्यूटी लगाई गई है। ऐसे में इस पुल से प्रतिदिन गुजरने वाले करीब 10 से 15 हजार वाहनों में से भारी वाहनों का शनिवार से रूट डायवर्ट कर दिया जाएगा।
एनएचएआई द्वारा मेरठ-मुरादाबाद मार्ग का चौड़ीकरण टाटा कंपनी द्वारा किया जा रहा है। इस पुल में जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हैं। साथ ही कुछ दीवारें भी जर्जर हैं। पुल की मरम्मत होने के बाद वाहन आसानी से गुजर सकेंगे।
एसडीएम साक्षी शर्मा- इ बताया की जिलाधिकारी ने पुल की मरम्मत के लिए बैठक ली है। निर्देशों के साथ सभी विभागों के अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण कर लिया है। रूट डायवर्जन का प्लान भी तैयार हो रहा है।