हापुड़। हापुड़-गाजियाबाद रेलवे लाइन पर पिलखुवा क्षेत्र के परतापुर रोड स्थित रेलवे फाटक संख्या-85 पर 15 फरवरी से रेलवे अंडरपास का निर्माण शुरू हो जाएगा। अंडरपास निर्माण पूरा होने के बाद अनेक गांव के लोगों को फाटक खुलने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। हालांकि अंडरपास निर्माण के दौरान लोगों को फाटक बंद होने से परेशानी भी झेलनी पड़ेगी।
इस व्यस्त रेलवे ट्रैक पर रोजाना कई ट्रेनों का आवागमन होता है। रेलवे लाइन पर बने रेलवे फाटकों पर वर्तमान में ट्रेन या मालगाड़ी आने पर फाटक बंद कर दिया जाता है, इससे वाहन चालकों को काफी देर तक फाटक खुलने का इंतजार करना पड़ता है। कई बार एक साथ कई ट्रेनें गुजरने से फाटक लंबे समय तक बंद रहता है, जिससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं। इस समस्या के समाधान के लिए आठ करोड़ रुपये से परतापुर रोड फाटक पर रेलवे अंडरपास बनेगा।
इसके साथ ही भविष्य में ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने की भी तैयारी की जा रही है। इसके चलते दिल्ली मुरादाबाद रूट पर ट्रैक सुधार का कार्य तेजी से चल रहा है। जिससे ट्रेनों की गति 110 किमी प्रति घंटे से बढ़ाकर 130 किलोमीटर प्रतिघंटा किया जाएगा।
परतापुर रोड रेलवे फाटक से परतापुर अतरौली, भोजपुर, मोदीनगर के लिए भी वाहनों का आवागमन होता है। ट्रेन गुजरने के दौरान फाटक बंद होने से जाम की स्थिति बन जाती है। लगातार ट्रेनें गुजरने के दौरान वाहनों की कतार हाईवे तक पहुंच जाती है। जाम में फंसकर वाहन चालकों को परेशानी झेलनी पड़ती है। लेकिन जल्द ही इस समस्या से छुटकारा मिलने वाला है।
अंडरपास निर्माण होने तक झेलनी पड़ेगी परेशानी:
परतापुर रेलवे फाटक से आसपास के गांवों के लोगों के साथ भोजपुर, मोदीनगर जाने वाले सैकड़ों वाहनों का आवागमन होता है। अंडरपास निर्माण के दौरान इस मार्ग से वाहनों का आवागमन बंद रहेगा। ऐसे में लोगों को करीब दो माह तक आवागमन में परेशानी झेलनी पड़ेगी।