जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में कार्तिक पूर्णिमा मेले में चल रहे अस्थायी निर्माण कार्य में तेजी दिखने लगी है। जैस-जैसे समय निकट आ रहा है, वैसे-वैसे मेले का स्वरुप भी बदल रहा है। अब यहां पर अस्थायी सड़कों के निर्माण के साथ पुलिस लाइन, जिला पंचायत कार्यालय, अस्पताल बनाने के लिए टीन की चहारदीवारी का कार्य किया जा रहा है। मजदूरों ने मेला स्थल पर सदर का मुख्य द्वारा बनाने का काम शुरू कर दिया है, द्वार बनने के बाद यह रंग बिरंगी लाइटों से रोशन होगा।
तीर्थ नगरी गढ़मुक्तेश्वर में लगने वाले पौराणिक खादर मेले में दीवाली के बाद व्यापारियों समेत श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो जाता है। जिसके मद्देनजर मेले की तैयारियां तेजी से की जा रही हैं। कार्तिक पूर्णिमा मेला स्थल 11 माह सुनसान रहने के बाद एक बार फिर से रंग बिरंगी लाइटों से सजने के लिए तैयार हो रहा है। उबड़ खाबड़ जंगल में अब अस्थायी मार्ग बनने से गाड़ियां सरपट दौड़ रही हैं। जेसीबी के माध्यम से यहां पर गंगा का किनारा समतल कर स्नान घाट बनाया जा रहा है। सदर मुख्य मार्ग के दोनों तरफ से मुख्य द्वार लगा दिए गए है। डीएम की बैठक में यहां पर मेले की तैयारियों की समीक्षा होगी।
मेरठ सेक्टर में खड़ी गन्ने की फसल भी तेजी से कटवाई जा रही है। दो नवंबर से यहां पर श्रद्धालुओं का पड़ाव शुरू हो जाएगा और छठ पूजन से मेले में श्रद्धालुओं द्वारा पूजन करते हुए स्नान किया जाएगा। जिसे देखते हुए मीना बाजार, पशु मेला व अन्य स्थानों पर भी आज से काम शुरू करा दिया जाएगा।
जिला पंचायत की अपर मुख्य अधिकारी आरती मिश्रा ने बताया कि मेला आयोजन से जुड़ी सभी तैयारियां तेजी से चल रहीं हैं, मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं ठेकेदारों को समय से सभी तैयारी पूरी करने का निर्देश दिया गया है।