जनपद हापुड़ में गांवों से निकलकर अब लंपी रोग शहर में घूमने वाले निराश्रित गोवंशों में भी फैल गया है। बुलंदशहर रोड पर कई पशु इस बीमारी से संक्रमित होकर भटक रहे हैं, लोगों में दहशत का माहौल है।
हापुड़ के 124 गांवों में लंपी बीमारी फैल चुकी है, इस बीमारी की चपेट में आने वाले गोवंशों के शरीर पर चकत्ते और गांठें बन रही हैं। इनमें इंफेक्शन से पशु को तेज बुखार होता है।
लक्षण के आधार पर ही इसकी दवाएं दी जाती हैं। गोवंशों में ही इसका अधिक असर है, पशुपालकों में दहशत का आलम यह है कि संक्रमित दुधारू गोवंशों के दूध को पशुपालक जमीन में ही दबा रहे हैं।
वहीं इन दिनों शहरों की सड़कों पर घूमने वाले निराश्रित पशुओं में भी लंपी का संक्रमण फैल गया है। बुलंदशहर रोड के लोगों ने बताया कि गली, मोहल्लों में ऐसे अनेकों गोवंश घूम रहे हैं, जिनके शरीर पर गांठें हैं और उनके मुंह से लार जाती रहती है।
कुछ पीते भी नहीं हैं, चलने फिरने में भी उन्हें काफी परेशानी हो रही है। लेकिन पशुपालन विभाग को इसकी भनक तक नहीं है। उपचार के नाम पर लापरवाही बरती जा रही है।
बृहस्पतिवार को बुलंदशहर रोड पर एक गोवंश दिखा, उसके पूरे शरीर में संक्रमण फैला हुआ था। लोगों ने किसी तरह से उसे सड़क से हटाया।
पशुपालन विभाग के अधिकारियों से पूछा तो उन्होंने ऐसी कोई जानकारी से इनकार कर दिया, हालांकि नगर पालिका को फोन कर वहां कर्मचारियों को भेजने की बात कही।
सीवीओ- डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया हैं कि गांवों में सर्वे जारी है, शहर में निराश्रित पशुओं में संक्रमण फैलने की जानकारी नहीं है। टीम को भेजकर जांच कराएंगे, ऐसे पशुओं को उपचार दिलाया जाएगा।