हापुड़। हर पांचवा बुखार की चपेट में है। शहर में डेंगू, मलेरिया, और वायरल फीवर ने शहरवासियों की कमर तोड़कर रख दी हैं। बुखार के मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण सरकारी अस्पतालों की पैथोलॉजी लैब पर क्षमता से तीन गुना तक नमूने पहुंच रहे हैं। मरीजों को रक्त का नमूना देने के लिए कम से कम चार घंटे इंतजार करना पड़ रहा है, रिपोर्ट भी अगले दिन आ रही हैं।
डेंगू, मलेरिया के साथ वायरल मरीजों की कमर तोड़ रहा है। चिकित्सक ऐसे मरीजों की सीबीसी, एलएफटी, केएफटी समेत कई टेस्ट करा रहे हैं। जिला अस्पताल और सीएचसी में कोई भी टेस्ट करने की क्षमता प्रतिदिन 30 से 40 है। लेकिन 120 से ज्यादा मरीज नमूने देने पहुंच रहे हैं।
दोनों ही अस्पतालों में पर्चा बनवाकर, चिकित्सक के परामर्श के बाद रक्त का नमूना देने में सुबह से दोपहर हो रही है। रिपोर्ट के बिना चिकित्सक दवाएं नहीं देते, जिस कारण मरीज को फिर अगले दिन अस्पताल आना पड़ रहा है।
इन दिनों मौसम लगातार करवटें बदल रहा है। आए दिन मौसम में हो रही तब्दीली के कारण मौसमी बीमारियां भी बढ़ती जा रही है। बुखार के मरीजों में वायरल और टाइफाइड अधिक निकल रहा है। प्लेटलेट्स हर दूसरे मरीज की कम आ रही हैं।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की बुखार के मरीज बढ़ गए हैं, उन्हें सही उपचार देने के लिए जांच करायी जा रही है। सरकारी पैथोलॉजी लैब में हर मरीज की जांच हो रही है। अधिक दबाव बढ़ने से थोड़ा समय अधिक लग रहा है।