हापुड़ में रोडवेज यात्री लंबी दूरी के लिए बस अड्डे में इंतजार करते रहते हैं और चालक अड्डे के अंदर बसें ही नहीं ले जाते। जिससे यात्रियों को अधिक परेशानी झेलनी पड़ती है।
हापुड़ रोडवेज डिपो से दिल्ली, बरेली, नोएडा, लखनऊ, किठौर, मोदीनगर सहित विभिन्न मार्गों पर 124 बसों का संचालन होता है। मेरठ और बुलंदशहर की तरफ अन्य जिलों की बसों का संचालन होता है। किठौर, मोदीनगर सहित लोकल मार्गों पर संचालित होने वाली बसों के यात्री लंबे मार्गों पर जाने के लिए अड्डे में बसों का इंतजार करते रहते हैं। लेकिन लखनऊ, बरेली मार्ग पर डिपो की बसों का संचालन कौशांबी डिपो से होता है जो अधिकतर बाईपास से ही निकल जाती है। और ठहराव स्थलों पर यात्री बसों के इंतजार में परेशान हो जाते हैं।
वहीं अलीगढ़, सहारनपुर, देहरादून, मथुरा, आगरा मार्ग पर दूसरों जिलों के डिपो की बसों का संचालन होता है। इन मार्गों पर चलने वाली बसें भी बस अड्डे के अंदर नहीं जाती और मुख्य सड़क से ही गुजर जाती हैं। ऐसे में इन मार्गों पर जाने वाले यात्रियों को मेरठ तिराहा, तहसील चौपला पर धूप में खड़े होकर बसों का इंतजार करना पड़ता है।
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक रणजीत सिंह का कहना है कि हापुड़ डिपो की बसें रोडवेज बस अड्डे के अंदर होकर गुजरती है। अन्य डिपो की बसों को बस अड्डे में जगह न मिलने के कारण बाहर से ही निकल जाती है। बस अड्डे के अंदर से बसों का संचालन करने के लिए दूसरे डिपो के अधिकारियों से वार्ता की जाएगी।