हापुड़ जिले में खुले हेल्थ वेलनेस सेंटर (आयुष्मान आरोग्य मंदिर) पर उपचार सेवा से खिलवाड़ हो रहा है। अधिकारियों से सांठगांठ कर, सीएचओ बिना केंद्र जाए ही हाजिरी लगवा रहे हैं। अधिकांश सेंटर पर ताला ही जड़ा रहता है, ऐसे में मरीजों को उपचार सेवा नहीं मिल रही है। जबकि हर मरीज तक सेवा पहुंचाने के लिए विभाग में 131 सीएचओ (कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर) नियुक्त हैं।
जिले में कुल 141 उप स्वास्थ्य केंद्र थे, स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के इसमें 131 को हेल्थ वेलनेस सेंटर बनाया गया। जिनके जीर्णोद्धार पर करोड़ों का खर्च आया। इन 131 केंद्रों पर सीएचओ नियुक्त किए गए हैं। जिनका वेतन भी अच्छा खासा है। लेकिन शासन ने जिस मंशा से इन्हें चालू कराया, वह पूरी नहीं हो रही है। विभाग और सरकार की मंशा थी कि सर्दी, जुकाम, बुखार जैसी बीमारियों से पीड़ित मरीजों को सीएचसी, पीएचसी और जिला अस्पताल तक की दौड़ न लगानी पड़े। मगर विभागीय अनदेखी से इनका नियमित संचालन नहीं हो पा रहा है।
आलम यह है कि अधिकांश सेंटरों पर ताला ही लगा रहता है, जो सेंटर खुले होते हैं उन पर भी आवश्यक उपचार की सुविधा नहीं मिल पाती। कई केंद्रों पर तो दवा तक नहीं होती। ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिम्मेदार किस तरह मरीजों की सेहत से खिलवाड़ करा रहे हैं।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का लगातार निरीक्षण किया जाता है, औचक निरीक्षण होगा। केंद्र पर चिकित्सक के नहीं मिलने पर सख्त कार्यवाही होगी। हाल ही में तीन को नोटिस भी जारी किया है।