जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में बहादुरगढ़ क्षेत्र के गांवों में दहशत का पर्याय बन चुके तेंदुए ने ग्रामीणों के साथ-साथ वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की नींद उड़ा दी है। जो कई गांवों के जंगल और आबादी के पास निरंतर विचरण कर रहा है। तेंदुए को पकड़ना वन विभाग के लिए चुनौती बना हुआ है।
मंगलवार की सुबह गांव सालारपुर के ग्रामीण जंगल से पशुओं का चारा लेने के लिए गए थे। वहां से चारा लेकर लौटने के दौरान उन्हें झाड़ियों के बीच तेंदुआ नजर आया। जिसे देखकर ग्रामीण और किसान भयभीत हो गए। तेंदुआ दिखाई देने से लोगों में दहशत बढ़ गई।
डरे हुए किसानों ने गांव में पहुंचकर दूसरे लोगों को इस बारे में जानकारी दी। सूचना मिलते ही वन क्षेत्राधिकारी करन सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। वहीं बहादुरगढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक सुरेश चंद भी भारी पुलिस के साथ मौके पर पहुंच गए। वन विभाग की टीम ने करीब दो किलोमीटर के जंगल में तलाश शुरू की, दो घंटे तक कांबिंग की, लेकिन उसका कोई सुराग लगा पाने में नाकाम रही है। तेंदुआ एक स्थान पर अधिक समय के लिए रूक नहीं रहा है। जिससे तेंदुए को पकड़ना वन विभाग के लिए चुनौती बना हुआ है।
वन क्षेत्राधिकारी करन सिंह- ने बताया की सालारपुर के जंगल में तेंदुए के दिखाई दिए जाने की सूचना के बाद टीम ने मौके पर तलाश की, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिल सकी है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें। कहीं भी तेंदुआ दिखाई दे, तो उसे छेड़े नहीं। तुरंत वन विभाग को सूचना दें।