जनपद हापुड़ के ब्रजघाट गंगानगरी को हरिद्वार की तर्ज पर विकसित करने के लिए सरकार ने भले ही 100 करोड़ की धनराशि खर्च की है, लेकिन अधिकारियों की अनदेखी विकास कार्यों पर भारी पड़ रही है। गंगानगरी की पहचान बने लेजर शो व रंगीन फव्वारा अभी तक चालू नहीं हुआ है। बड़े आयोजन पर भी इसे चालू किया जाता है। वहीं करोड़ों की लागत से बना अतिथि गृह भी चार साल से बंद पड़ा है। जगह-जगह टूटी सड़कों से श्रद्धालु परेशान हैं।
ब्रजघाट को पर्यटन नगरी की तर्ज पर विकसित करने के लिए करीब 100 करोड़ रुपये के विकास कार्य कराए गए। जिसमें गंगा तट पर बने पक्के घाट, कैनोपी, पर्यटन विभाग का अतिथि गृह, मनोरंजन पार्क, रंगीन फव्वारा और लेजर शो शामिल हैं। गंगा नगरी में दिन ढलने के बाद लेजर शो के माध्यम से क्षेत्र का पौराणिक और एतिहासिक महत्व दिखाया जाएगा। लेकिन यहां गंगानगरी में ना लेजर शो चालू हुआ न रंगीन फव्वारा।
गंगानगरी में 100 करोड़ की लागत से कराए गए विकास कार्यों की अनदेखी हो रही है, अधिकांश कार्य आज भी लोकार्पण की राह देख रहे हैं। विधायक हरेंद्र सिंह तेवतिया ने बताया कि आचार संहिता लागू होने के चलते किसी भी कार्य का लोकार्पण संभव नहीं है। अधिकारियों से वार्ता कर लेजर शो चालू कराया जाएगा।
स्थानीय नागरिक हरीश नागर का कहना है की बिल का भुगतान न होने के कारण 3.25 करोड़ रुपये से बना लेजर शो का विद्युत कनेक्शन काट दिया गया था। जिसे कार्तिक पूर्णिमा मेलावधि के दौरान अधिकारियों ने इसे चालू कराया। मेला समाप्त होने के बाद लेजर शो और रंगीन फव्वारा फिर से बंद पड़ा है। इसके माध्यम से गंगा नगरी का इतिहास समेत प्रसिद्ध मंदिरों को गंगा की लहरों पर दर्शाया जाता है। लोग इसका लुत्फ नहीं ले पा रहे।