हापुड़ जिले में डेंगू के तीन नए मरीज मिले हैं, स्वास्थ्य विभाग की लैब ने ही इन मरीजों में पुष्टि की है। साथ ही 42 घरों में डेंगू का लार्वा मिला है। जिले में अब डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 23 पहुंच गई है।
बरसात में मच्छरजनित रोग बढ़ रहे हैं, जनपद में डेंगू का कहर बढ़ रहा है, डेंगू के साथ मलेरिया भी पैर पसार रहा है। सबसे ज्यादा मरीज टाइफाइड के मिल रहे हैं, प्रतिदिन हापुड़ सीएचसी में पांच से सात मरीजों में टाइफाइड मिल रहा है। शुक्रवार को सरकारी लैब ने एलाइजा टेस्ट के बाद तीन मरीजों में डेंगू की पुष्टि की है। तीनों ही मरीज हापुड़ के अलग अलग मोहल्लों के रहने वाले हैं। साथ ही 42 घरों में डेंगू का लार्वा मिलाजिससे तुरंत नष्ट कराया गया।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो तीनों मरीजों का स्वास्थ्य स्थिर है और उनकी ब्लड प्लेटलेट्स भी स्थिर बनी हुई हैं। 23 मरीजों में अब तक दो बच्चे भी डेंगू पॉजिटिव मिले हैं। लैब में करीब 45 संदिग्ध नमूनों की जांच होना अभी बाकी है। साथ ही वायरल बुखार मरीजों की सेहत को तोड़ रहा है। वायरल की चपेट में आने वाले मरीजों की प्लेटलेट्स तेजी से गिर रही हैं।
इन मरीजों में लक्षण डेंगू के जैसे ही दिख रहे हैं। लेकिन लैब में पुष्टि नहीं हो पा रही है। प्राइवेट अस्पतालों के वार्ड ऐसे मरीजों से ही भरे हैं। वहीं, मौसम में बदलाव के साथ ही एलर्जी के मरीजों की संख्या में भी भारी इजाफा हुआ है। जिले के सरकारी अस्पतालों में चर्म रोग विशेषज्ञ नहीं हैं, ऐसे में मरीजों को एमबीबीएस चिकित्सकों के सहारे ही काम चलाना पड़ रहा है।
हापुड़ सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की जिले में डेंगू के मरीजों की निगरानी कराई जा रही है, अभी तक कोई मरीज गंभीर नहीं है। 23 मरीजों में डेंगू की पुष्टि की जा चुकी है। संदिग्धों के सैंपल भी जुटाए जा रहे हैं।