हापुड़ जिले में नए-नए उद्योग लगें और इससे रोजगार के अवसर अधिक से अधिक पैदा हों। इसके लिए लंबे समय बाद उद्यमियों की भू-उपयोग बदलने की फाइलें दौड़ने लगी हैं। मास्टर प्लान-2031 ने कई उद्यमियों को राहत दी है। जो नक्शे इस कारण अटके हुए थे। वह भी अब स्वीकृत हो रहे हैं।
यूपी इन्वेस्टर्स समिट के दौरान जनपद में करीब 33 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव उद्यमियों ने दिए थे। उस समय कई उद्यमियों ने उनके पास जो भूमि है, वहां पर फैक्टरी लगाने के लिए अनुमति मांगी थी। इसके लिए उद्यमियों ने हापुड़- पिलखुवा विकास प्राधिकरण में आवेदन भी दिए थे। उद्यमियों ने कहा था कि नई फैक्टरी लगाने के लिए जहां उनके पास भूमि है। वहां पर मास्टर प्लान-2031 में उनकी भूमि का उपयोग किसी अन्य कार्य के लिए कर दिया गया था या फिर पहले के मास्टर प्लान में भूमि का भू-उपयोग दूसरा था।
जिसे बदलने की मांग की गई थी। इसका संज्ञान शासन ने भी लिया था। जिसके बाद मास्टर प्लान-2031 में कई बदलाव किए गए थे। जिले में करीब 12 मामले थे। इसमें से छह मामलों में भू-उपयोग अब बदलकर शासन ने प्राधिकरण को फाइल भेज दी है।