हापुड़ जिले में डेंगू और मच्छर जनित रोगों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। बीमारियों के रोकथाम के लिए एक अक्तूबर से 31 अक्तूबर तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जा रहा है। प्रत्येक माह 12 लाख रुपये खर्च करने के बाद भी मच्छरों का प्रकोप कम नहीं हो पा रहा है। लोगों ने वार्डों में फागिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव नियमित रूप से कराने की मांग की है।
शहर के 41 वार्डों में करीब 2.80 लाख की आबादी है। इन दिनों डेंगू और मच्छर जनित रोगों का प्रकोप हैं। लेकिन मच्छरों की रोकथाम के लिए पालिका के पास पांच फॉगिंग मशीन, दस एंटी लार्वा स्प्रे मशीन व एक स्प्रे टैंकर है। नगर पालिका द्वारा डीजल, पेट्रोल और दवाइयों के लिए प्रत्येक माह करीब 12 लाख रुपये खर्च किए जाते हैं। लेकिन लाखों खर्च करने पर भी मच्छरों का प्रकोप नहीं रुक रहा है।
लेकिन इसके बाद भी वार्डों में माह में एक या दो बार ही फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव किया जाता है। कई वार्डों में तो एक माह से अधिक का समय भी निकल जाता है, लेकिन पालिका कर्मचारी वहां नहीं पहुंच पाते हैं। लोगों का कहना है कि अगर नियमित रूप से फॉगिंग व एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जाए तो मच्छरों पर काबू पाया जा सकता है। डेंगू और मच्छर जनित रोगों से लोग बीमार हो रहे है। लोगों ने वार्डों में फागिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव नियमित रूप से कराने की मांग की है।
मुख्य सफाई निरीक्षक आवेश कुमार सिंह का कहना है कि शहर में रोस्टर के हिसाब से फॉगिंग और एंट्री लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है। प्रतिदिन शहर के दो वार्डों में टीम भेजी जाती है।