हापुड़। किसानों के सशक्तिकरण की दिशा में एक और कदम उठाते हुए उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी संघ लिमिटेड द्वारा गढ़ क्षेत्र में किसान कल्याण केंद्र का निर्माण कराया जाएगा। इस केंद्र के निर्माण पर करीब 93.14 लाख रुपये की लागत आएगी।
यह केंद्र कृषि जागरूकता, तकनीकी प्रशिक्षण और बाजार से जुड़ाव के लिए किसानों को समर्पित होगा।
किसानों को मिलेगी सीधी सहायता
इस केंद्र के माध्यम से किसानों को उन्नत किस्म के बीज, उर्वरक, और खेती की नवीन तकनीकों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही, किसानों को उनकी उपज के लिए उचित बाजार उपलब्ध कराने, और मिट्टी व जल संरक्षण को लेकर भी जागरूक किया जाएगा।
जिला कृषि अधिकारी गौरव प्रकाश ने बताया कि,
“गढ़ में बनने वाला किसान कल्याण केंद्र क्षेत्र के किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा। उन्हें खाद, बीज और अन्य समस्याओं के समाधान के लिए अब इधर-उधर भटकने की आवश्यकता नहीं होगी।”
कृषक प्रशिक्षण से जुड़ेगा विकास का रास्ता
इस केंद्र में प्रगतिशील किसानों को नियमित प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिससे वे आधुनिक कृषि पद्धतियों, जैविक खेती, और सिंचाई तकनीकों को अपनाकर अपनी उत्पादकता और आय में वृद्धि कर सकें।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था होगी सशक्त
सरकार का उद्देश्य इस केंद्र के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था को मजबूती देना है। साथ ही किसानों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाकर खेती को लाभकारी व्यवसाय में बदलना भी इस योजना का हिस्सा है।
मुख्य विशेषताएं:
- ₹93.14 लाख की लागत से निर्माण
- बीज, उर्वरक व कृषि तकनीक की जानकारी
- प्राकृतिक संसाधनों के बेहतर उपयोग पर जागरूकता
- प्रशिक्षण और कृषि सहायता सेवाएं
- किसानों की उपज को बाजार से जोड़ने में सहयोग
निष्कर्ष
किसान कल्याण केंद्र न केवल कृषकों की आमदनी बढ़ाने में मदद करेगा, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और जागरूक भी बनाएगा। क्षेत्रीय स्तर पर यह केंद्र कृषि विकास का एक मजबूत प्लेटफॉर्म साबित हो सकता है।