हापुड़। सूर्य की संक्रांति मेष राशि में प्रवेश करने से सोमवार को खरमास समाप्त हो गए है। जिसके बाद विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश अन्य मांगलिक कार्यों की शुरूआत हो गई है। लेकिन अप्रैल माह में सिर्फ सात दिन ही विवाह के शुभ मुहूर्त है। 26 अप्रैल को मतदान के दिन भी सहालग के कारण बैंड-बाजा और बरात की धूम रहेगी।
खरमास होने के कारण पिछले एक महीने से हर तरह के मांगलिक कामों पर रोक लगी हुई थी। लेकिन अब इनके लिए मुहूर्त रहेंगे। विवाह, गृह प्रवेश, शुभ कार्य की शुरुआत के लिए लोगों को खरमास के खत्म होने का इंतजार है। 13 अप्रैल के बाद 14 अप्रैल को सूर्य की संक्रांति मेष में प्रवेश करने के बाद खरमास समाप्त हो गए हैं, अब फिर से शादी की शहनाई गूंजेंगी। बैंड बाजा बारात के चलते सड़कों पर भी वाहनों का दबाव बढ़ गया है। सोमवार को शहर में जाम की स्थिति रही। बाजारों में भी खरीदारी के लिए भीड़ बढ़ गई।
ज्योतिषाचार्य पंडित संतोष तिवारी ने बताया कि अप्रैल माह में 18, 20, 21, 22, 23, 25 व 26 में सिर्फ सात दिन ही लग्न मुहूर्त हैं। इसके बाद गुरु व शुक्र अस्त होने के कारण मई और जून में फिर से वैवाहिक कार्यों पर विराम लग जाएगा। पांच जुलाई को शुक्र उदय होने के बाद नौ जुलाई से वैवाहिक कार्यक्रम शुरू होगें।