हापुड़ के तापमान में गिरावट के कारण अर्थराइटिस के मरीजों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जोड़ और हड्डियों में दर्द शुरू हो गया है। मरीजों को चलने फिरने में दिक्कत के साथ ही कमर दर्द और सूजन भी परेशान कर रही है। सरकारी अस्पतालों में हर रोज 80 से ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं।
सर्दियां आते ही बुजुर्गो में जोड़ों के दर्द की समस्या अधिक देखने को मिलती है। जैसे-जैसे सर्दी बढ़ती है दर्द में भी वृद्धि होती है। हड्डी रोग के डॉ.आरडी शर्मा ने बताया कि तापमान में लगातार गिरावट आने से गठिया, चोट के पुराने मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। ओपीडी में आने वाले मरीजों में घुटने, कंधे, हाथों की अंगुलियों के जोड़ों में सूजन से दर्द बढ़ गया है। गठिया के पुराने मरीजों के जोड़ों में सूजन ऐसी है कि मरीज चल फिर नहीं पा रहा है। इनमें 50 साल से अधिक उम्र के मरीज अधिक हैं। सर्दी के कारण हड्डियों में अकड़न से रक्त संचार कम होने लगा है।
फिजिशियन डॉ. प्रदीप मित्तल ने बताया कि प्रदूषण का स्तर बढ़ने से अस्थमा के रोगियों की संख्या बढ़ रही है। बुजुर्गों को सांस संबंधी परेशानियां सताने लगी हैं। इस मौसम में बुजुर्ग घरों के अंदर ही रहें तो बेहतर है बच्चों को भी इस मौसम में अधिक देखभाल की जरूरत है। घर से बाहर निकलने पर मास्क का प्रयोग करें। बुजुर्ग और बच्चे घरों के अंदर ही रहें, जरूरी कार्य से ही बाहर निकलें।