हापुड़ में ऊर्जा निगम के अवर अभियंता ने उपभोक्ता से 30 हजार रुपये रिश्वत लेकर बिना एस्टीमेट के कनेक्शन दे दिया, फर्जीवाड़ा कर दस केवीए का ट्रांसफार्मर भी लगवा दिया। एक अन्य नलकूप कनेक्शन में भी घोर अनियमितता मिलने पर मुख्य अभियंता ने जेई मुकेश कुमार के दोषी पाये जाने पर उन्हें निलंबित कर दिया है। ऐसे कार्य में अनियमितता करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
हरौड़ा बिजलीघर से जुड़े गांव सिंगरपुर में एक उपभोक्ता ने घरेलू कनेक्शन के लिए आवेदन किया था। पहले उपभोक्ता को परेशान किया गया। इसके बाद अवर अभियंता मुकेश कुमार ने 10 केवीए का ट्रांसफार्मर लगाकर देने और दो किलोवाट का कनेक्शन कराने के एवज में 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। उपभोक्ता ने यह धनराशि जेई को दे दी, जिसके बाद उसका कनेक्शन कर दिया गया।
अधीक्षण अभियंता ने इस मामले की जांच की, जिसमें आरोप सिद्ध हुआ। इतना ही नहीं 10 केवीए का ट्रांसफार्मर कहां से लाकर लगाया गया, जेई इसका जवाब भी नहीं दे सका। ऐसे में किसी बड़े घपले की भी आशंका है। इसके अलावा अवर अभियंता मुकेश कुमार ने एक किसान को भी नलकूप कनेक्शन देने में अनियमितता बरती। एस्टीमेट में एक खंभा लिया गया था, जबकि मौके पर दो खंभे लगाए गए। इस मामले में जेई मुकेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है।
मुख्य अभियंता राजीव अग्रवाल- ने बताया की दो मामलों में हरौड़ा बिजलीघर का अवर अभियंता मुकेश कुमार दोषी पाया गया। जिस पर उसे निलंबित कर दिया गया है। गलत कार्य करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।