हापुड़ में आनंद विहार बिजलीघर के अवर अभियंता ने निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारियों को ही गुमराह कर दिया। लॉगशीट पर भी जेई के हस्ताक्षर नहीं थे, इस मामले में जेई से स्पष्टीकरण मांगा गया है। उसने दो स्थानों पर कैंप लगे होने की बात कही, लेकिन जिन कर्मचारियों के वहां होने का दावा किया गया वह कहीं और मिले। जेई की इस लापरवाही पर स्पष्टीकरण मांगा है।
एमडी पीवीवीएनएल (पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड) ने राजस्व वसूली को लेकर हर उपकेंद्र से जुड़े इलाकों में दो शिविर लगाने के आदेश दिए हैं। आनंद विहार उपकेंद्र से 8418 उपभोक्ता जुड़े हैं, जिन पर 1.19 करोड़ की बकायेदारी बतायी गई। इसमें सिर्फ 30 लाख की ही वसूली हो सकी।
बृहस्पतिवार को ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने उपकेंद्र का निरीक्षण किया। लेकिन अवर अभियंता राजेंद्र सिंह बिजलीघर पर नहीं मिले। उनसे फोन कर वार्ता में पता चला कि रामपुर और रामगढ़ी में विद्युत कैंप लगाया गया है, जिसे टीजी- 2 संजय और ओमवीर चला रहे हैं। शक होने पर अधिकारियों ने टीजी टू को फोन मिला दिया। इसमें ओमवीर ने बताया कि वह आशियाना कॉलोनी में हैं। वहीं जबकि संजय उपकेंद्र पर ही पहुंचे। इस लापरवाही के खुलासे के बाद लॉगसीट का अध्ययन किया गया। लेकिन तीन मई से लॉगशीट पर हस्ताक्षर ही नहीं थे। इस मामले में अधिशासी अभियंता राजेंद्र सिंह को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
अधिशासी अभियंता पंकज कुमार- ने बताया की उच्चाधिकारियों ने रोजाना दो शिविर लगाने के आदेश दिए हैं। इसमें लापरवाही पर आनंद विहार बिजलीघर के जेई राजेंद्र सिंह को नोटिस दिया गया है।