जनपद हापुड़ में जन आरोग्य मेले में सिर्फ औपचारिकता पूरी की जा रही है। मजीदपुर पीपीसी में तीसरे सप्ताह फिर खाली रही चिकित्सक की कुर्सी, विशेषज्ञ चिकित्सक के नहीं पहुंचने से सामान्य मरीजों को इलाज नहीं मिल रहा।
बुखार का असर कम हुआ है लेकिन, चर्म रोग और नजला, खांसी के मरीज काफी बढ़ गए हैं। ईएनटी से जुड़ी समस्याएं सबसे अधिक बढ़ी हैं। लेकिन रविवार को लगने वाले जन आरोग्य मेलों में इन रोगों के विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं पहुंचते हैं। एमबीबीएस चिकित्सक ही मरीजों को उपचार देते हैं। हापुड़ शहर में दो स्थानों पर मेला लगता है, इसमें मजीदपुरा पीपीसी पर तीन बार से बिना चिकित्सक ही मेला लगता है। इसमें आने वाले मरीजों को एएनएम व फार्मासिस्ट ही उपचार देते है। दूसरे अस्पतालों में लगे शिविर में भी कोई विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं पहुंचे। ऐसे में मरीजों को सामान्य ओपीडी ही मिली।
बता दें कि इन दिनों बच्चों में निमोनिया और कोल्ड डायरिया की समस्याएं बढ़ी हैं। लेकिन बाल रोग विशेषज्ञ भी जन आरोग्य मेलों में नहीं पहुंचते। जांच के नाम पर सामान्य जांच ही होती हैं। अल्ट्रासाउंड, एक्सरे, सीटी स्कैन की कोई सुविधा नहीं होती। हृदय से जुड़े रोगों के इलाज की जिलेभर के अस्पतालों में व्यवस्था नहीं हैं। गंभीर मरीजों को रेफर करना ही एक मात्र विकल्प है।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की मजीदपुरा पीपीसी में जल्द ही चिकित्सक की नियुक्ति होगी। साथ ही जन आरोग्य मेलों में सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। मरीजों को बेहतर उपचार मिलेगा।