जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में कार्तिक पूर्णिमा की देर रात उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गईं। गढ़ खादर मेला रोड व हाईवे-9 पर शुक्रवार सुबह तक श्रद्धालु भीषण जाम से जूझते रहे। पुलिस ने भारी वाहनों का रूट डायवर्जन किया था, लेकिन वाहनों के अत्यधिक दबाव के चलते जाम की स्थिति बनी रही। ब्रजघाट से दोनों दिशाओं में लगभग चार-चार किलोमीटर दूर तक वाहनों की लंबी लाइन लग गई। ऐसे में करीब चार किलोमीटर के सफर को तय करने में छह घंटे तक का समय लग गया।
शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा का स्नान हुआ। स्नान के लिए बृहस्पतिवार की शाम से ही श्रद्धालु अपने- अपने वाहन लेकर ब्रजघाट और कच्चे घाट के लिए निकल पड़े। कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में ब्रजघाट और कच्चे घाट पहुंचे। बृहस्पतिवार शाम से ही गढ़ गंगा खादर क्षेत्र और ब्रजघाट के आसपास के क्षेत्र में हाईवे पर भयंकर जाम लग गया। लगभग चार किलोमीटर तक यही हालात बने रहे। हालांकि, जाम से निपटने के लिए पुलिस ने हाईवे पर भारी वाहनों का रूट डायवर्जन लागू कर दिया था। पुलिस की योजना थी कि 14 नवंबर से सभी वाहनों को बंद कर दिया जाएगा, लेकिन ऐसा होने से पहले ही हाईवे पर जाम के हालात बन गए। शुक्रवार सुबह तक यही हालात बने रहे।
जाम को खुलवाने के लिए पुलिसकर्मी मशक्कत करते हुए नजर आए। सुबह कच्चे घाट से घर लौटने वाले श्रद्धालुओं के वापस आने के दौरान नगर के नक्का कुआं रोड और शाहपुर रोड पर भी यातायात धीमा रहा। पार्किंग की व्यवस्था गंगा घाट से 2-3 किलोमीटर दूर थी, जिससे श्रद्धालुओं को घाट तक पहुंचने के लिए पैदल चलना पड़ा।
एएसपी विनीत भटनागर- ने बताया की जाम की स्थिति से निपटने के लिए मेले से लौट रहे वाहनों को डायवर्ट कर दिया गया था, इसके अलावा हाईवे पर भी पुलिसकर्मी अलर्ट रहे। लेकिन वाहनों का दबाव बनने से कुछ समय जाम की स्थिति बनी, जिस पर काबू पा लिया गया है।