भागदौड़ भरी जिंदगी में अब लोगों का दिल कमजोर हो गया है। जिससे कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ गया है।
आये दिन ऐसे मामले सामने में आ रहे हैं। चलते फिरते लोग को परेशानियां हो रही हैं। हालांकि चिकित्सक तनाव मुक्त जीवन जीने की सलाह दे रहे हैं।
जिला अस्पताल हापुड़ एक साल पहले ही चालू हुआ है। यहां दिल के मरीजों के उपचार की खास व्यवस्था उपलब्ध नहीं है। प्राईवेट में भी प्रारंभिक उपचार की व्यवस्था है। इसके बाद चिकित्सक मरीजों को दूसरे जिलों में रैफर कर देते हैं।
यहां जिले में कार्डिसक अरेस्ट का खतरा बढ़ रहा है। जिसके चलते अचानक लोगों के दिल की गति रूक रही है। धूम्रपान, मधुमेह, हाई कोलेस्ट्रॉल, मोटापा, अधिक वर्कआउट इसकी वजह बन रही है। जिससे कार्डिसक अरेस्ट का खतरा बढ़ता नजर आ रहा है। चिकित्सकों ने लोगों को स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने के निर्देश दिए हैं।
खानपान करते हुए नियमित व्यायाम करें
लोगों को खानपान करते हुए नियमित व्यायाम करना चाहिए। इससे तनाव मुक्त रहा जा सकता है। धूम्रपान, मधुमेह, हाई कोलेस्ट्रॉल, मोटापा, अधिक वर्कआउट भी कार्डियक अरेस्ट की वजह बन रही है। लोगों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए।
डॉ प्रदीप मित्तल, सीएमएस जिला अस्पताल
घबराहट महसूस हो, सांस फूले तो लक्षणों को अनदेखा न करें
सही खानपान एवं तनाव अधिक लेने के कारण लोगों का दिल कमजोर हो रहा है। घबराहट महसूस हो, सांस फूले, छाती में दर्द हो, धड़कन बढ़े तो लक्षणों को अनदेखा न करें। तुरंत योग्य चिकित्सकों से संपर्क जरूरी है।
-डॉ गौरव मित्तल, वरिष्ठ चिकित्सक