जनपद हापुड़ में तिलमिलाती धूप ने लोगों की तबीयत बिगाड़ दी है। मंगलवार को सीएचसी की ओपीडी में 2200 और जिला अस्पताल में 1254 मरीज पहुंचे। कई मरीज हीट स्ट्रोक की चपेट में आए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। लगातार मरीजों की भीड़ उमड़ती रही।
मंगलवार को सीएचसी और जिला अस्पताल में गर्मी के सताए ऐसे मरीज आए जो डिहाईड्रेशन, हीट स्ट्रोक के कारण खुद भी चल पाने में असमर्थ थे। कुछ मरीज दूसरों का सहारा लेकर अस्पताल पहुंचे। पांच मरीजों की हालत काफी खराब थी, जिन्हें तत्काल वार्ड में भर्ती करना पड़ा। ओपीडी में कतारों में लगे कई मरीज खड़े तक नहीं हो पा रहे थे। भीषण गर्मी के चलते अस्पताल में मरीजों की भरमार है।
सीएचसी के अधीक्षक डॉ. दिनेश खत्री ने बताया कि ओपीडी में आए 2200 मरीजों में आए। इनमें से अधिकांश गर्मी और लू से पीड़ित थे। उल्टी-दस्त, पेट में लू दर्द, फूड प्वायजनिंग के अधिक मरीज रहे। तेज धूप के कारण सिर में दर्द, चक्कर आना, घबराहट की परेशानी बताई।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.समरेंद्र राय ने बताया कि ओपीडी में 120 बच्चों का उपचार किया गया। इनमें से 40 फीसदी डायरिया से पीड़ित रहे। पानी की कमी के कारण 10 से अधिक बच्चों को भर्ती करने की आवश्यकता पड़ी। इन बच्चों को दवा देने, ओआरएस का घोल पिलाने के अलावा गर्मी से बचाव के लिए परिजन को बताया है ।
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. प्रदीप मित्तल ने बताया कि त्वचा रोग के भी मरीज बढ़ रहे है, ओपीडी में 1254 मरीज देखे गए। इनमें त्वचा रोग, डायरिया के मरीजों की संख्या अधिक रही। चिकित्सकों को घंटे भर अधिक ओपीडी करनी पड़ी। त्वचा रोग की ओपीडी में मरीजों को सन बर्न, दाने, चकत्ते, एलर्जी की परेशानी मिली।
हापुड़ सीएमओ डॉ.सुनील त्यागी- ने बताया की भीषण गर्मी में हीट स्ट्रोक और डीहाईड्रेशन वाले मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है। अस्पतालों में आवश्यक दवाएं उपलब्ध करा दी गई हैं। चिकित्सक समय से भी अधिक देर तक रुककर मरीजों को उपचार सेवा दे रहे हैं।