जनपद हापुड़ में डीजल के दाम बढ़ने से रोडवेज बसों का किराया बढ़ गया है। किराया बढ़ने से यात्रियों पर अतिरिक्त भार पड़ा है।
डीजल के दाम बढ़ने पर रोडवेज बसों के किराये में वृद्धि हुई है। शासन से आदेश आने के बाद मंगलवार को यात्रियों से बसों में नई दरों के अनुसार किराया वसूला गया। मंगलवार को हापुड़ डिपो के अड्डे पर यात्री बसों का इंतजार कर रहे थे। बस के आने के बाद यात्री बसों से उतरे, जो किराया वृद्धि की चर्चा कर रहे थे।
हापुड़ से कौशाम्बी तक पहले 69 रुपये किराया था, जो अब बढ़कर 81 हो गया है। गाजियाबाद तक का किराया 52 रुपये था, अब बढ़कर 61 रुपये हो गया है। हापुड़ से मेरठ तक का किराया 35 रुपये था। अब बढ़कर 44 रुपये हो गया है।
इसी तरह मोदीनगर तक का किराया 29 से बढ़कर 36 रुपये और किठौर का किराया 24 से बढ़कर 28 रुपये हो गया है। किराये में वृद्धि का आदेश मंगलवार से लागू हो गया है।
हापुड़ डिपो के एआरएम संदीप नायक ने बताया कि परिवहन निगम ने किराये में 25 पैसे प्रति यात्री प्रति किलोमीटर की वृद्धि की है। बढ़े किराये की दरें सोमवार रात्रि 12 बसें से लागू हो गई हैं। मंगलवार को सभी बसों में यात्रियों से नए किराये के अनुसार टिकट काटे गए हैं।
रोडवेज बसों में किराये की वृद्धि हो चुकी है, लेकिन अभ फिलहाल ऑटो एवं ई रिक्शा के किराये में संचालकों ने कोई वृद्धि नहीं की है। यहां हापुड़ के तहसील चौपला एवं गुरूद्वारे से शहर के विभिन्न स्थानों के लिए ई रिक्शा मिलते हैं, जो किराया यात्रियों से पहले लिया जा रहा था वो ही लिया जा रहा है।
ई रिक्शा वाले चालक तहसील चौपले से रेलवे स्टेशन हापुड़ तक जाने के लिए 10 रुपये प्रति यात्री किराया लेते हैं। मंगलवार को दिनभर भी पुराना किराया ही यात्रियों से लिया गया। यात्रियों ने विभिन्न स्थानों तक ऑटो और ई रिक्शा में सफर किया।
ऑटो के किराये में भी फिलहाल वृद्धि नहीं हुई है। जिससे यात्रियों को राहत है। हालांकि भविष्य में ऑटो के चालक किराये में वृद्धि कर सकते हैं। जिससे यात्रियों पर अतिरिक्त भार बढ़ेगा। यात्रियों का कहना है कि रोडवेज बसों में बढ़ा किराया लागू हो गया है।
जनपद हापुड़ के सिम्भावली क्षेत्र में वर्तमान में ऑटो एवं अन्य टैक्सी वाहनों में फिलहाल किराए को लेकर बढोत्तरी नहीं की गई है। हालांकि वाहन चालक किराया बढ़ाने को लेकर आपस में चर्चा करते देखे जा रहे हैं।
जिसका असर जल्द ही किराया बढ़ने के रुप में दिखाई दे सकता है। गांव देहात से आने वाले वाहन तो अभी भी पांच से छह किमी का किराया 20 रुपये तक वसूल रहे हैं। ऐसे में यदि किराया बढ़ा तो आम जनता की जेब पर मार पड़ना निश्चित है।