जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में उत्तराखंड के पहाड़ी ‘इलाकों में बारिश होने के कारण गढ़ क्षेत्र में गंगा का भी जल स्तर बढ़ना शुरू हो गया है। 24 घंटे में गंगा का जल स्तर 65 सेंटीमीटर बढ़कर 197.90 मीटर तक पहुंच गया है। खादर क्षेत्र के गांवों में रहने वाले किसानों को गंगा तट पर होने वाली फसल की चिंता सताने लगी है।
पिछले चार दिन से पहाड़ी इलाकों में बारिश हो रही है। जिसका प्रभाव गढ़ क्षेत्र से निकल रही गंगा नदी की धारा में देखने को मिल रहा है। बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार शनिवार की शाम तक समुद्र तल से जल स्तर 24 घंटे के भीतर 65 सेंटीमीटर बढ़ गया। जो 197.35 मीटर से 24 घंटे में रविवार की शाम को बढ़कर 197.90 मीटर तक पहुंच गया है।
जल स्तर बढ़ने से किसान परेशान है। लठीरा निवासी किसान रणवीर सिंह ने बताया कि खादर में बीच गंगा पर बने टापू पर पालेज की खेती की हुई थी। जिसमें तरबूज, ककड़ी, खीरा, लौकी, खरबूजा जैसी फसल तेज बहाव की चपेट में आ गई है। जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है।
किसानों ने बताया कि गंगा तट पर खेतों में भू- कटान हो रहा है, जिससे गन्ने और धान की फसल गंगा में बह रही है। यदि जल स्तर में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी रहता है तो किसानों को काफी नुकसान होगा। जिसके कारण किसान परेशान है।
कुदैनी की मंढैया, शाकरपुर, नयाबांस, गड़ावली समेत कई गांव ऐसे हैं, जब जल स्तर बढ़ता है, तो पानी गांवों में पहुंच जाता है। साथ ही घेरों में बने बोंगे बिटौरो में भी पानी भर जाता है। जिससे लोगों को ईंधन की दिक्कत झेलनी पड़ती है। ऐसे में लोगों को ईंधन का संकट झेलना पड़ सकता है। साथ ही रास्ते पर दो से तीन फुट ऊंचा पानी भर जाता है।
एसडीएम अंकित कुमार वर्मा- ने बताया की जल स्तर में बढ़ोतरी हुई है। राजस्व निरीक्षक और लेखपालों को गंगा तटीय क्षेत्रों में भेजकर ग्रामीणों से वार्ता की जा रही है। साथ ही बाढ़ चौकी स्थापित करने के लिए तैयारी शुरु कर दी हैं। फिलहाल जल स्तर सामान्य स्थिति में है।