हापुड़। राज्य वस्तु एवं सेवा कर (GST) विभाग की सख्ती के बाद जिले में ईंट भट्ठा संचालकों पर शिकंजा कसता नजर आ रहा है। विभाग की ओर से की गई जांच और निगरानी के बाद इस वर्ष अप्रैल तक तीन गुना अधिक टैक्स संग्रह हुआ है। वहीं एक ईंट भट्ठे की लाखों रुपये की ईंटें जब्त की गई हैं।
जीएसटी विभाग के खंड-3 में जिले भर से करीब 75 ईंट भट्ठे पंजीकृत हैं। नियमों के अनुसार, भट्ठा संचालकों को अपने कुल कारोबार का 6 प्रतिशत टैक्स जमा करना होता है। लेकिन पूर्व में अधिकांश भट्ठा संचालक उत्पादन का सही रिकॉर्ड न दिखाकर टैक्स चोरी कर रहे थे। कई भट्ठों के पास स्टॉक संबंधी जानकारी नहीं मिली, जबकि कुछ ने जीएसटी रिटर्न ही दाखिल नहीं किया था। यहां तक कि कुछ ने पूरे वर्ष कारोबार शून्य दिखाया।
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद बढ़ी सख्ती
मुख्यमंत्री के आदेश पर करीब तीन महीने पहले विभाग ने ईंट भट्ठों के खिलाफ सख्त अभियान शुरू किया। अधिकारियों ने भट्ठों पर जाकर सर्वेक्षण, जांच और रेकी की, जिससे पता चला कि संचालक सक्रिय रूप से कारोबार कर रहे हैं, लेकिन टैक्स भुगतान में लापरवाही बरत रहे हैं। विभाग ने संचालकों को जागरूक करने के साथ चेतावनी भी दी।
जीएसटी संग्रह में भारी बढ़ोतरी
पिछले वर्ष अप्रैल तक विभाग को ईंट भट्ठों से मात्र 15 लाख 18 हजार रुपये का टैक्स प्राप्त हुआ था। वहीं इस वर्ष अप्रैल में यह राशि बढ़कर 44 लाख 83 हजार 600 रुपये हो गई। यानी तीन गुना से भी अधिक वृद्धि दर्ज की गई है।
टैक्स चोरी पर होगी कड़ी कार्यवाही
सहायक आयुक्त अवधेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि विभागीय टीमें भट्ठों पर जाकर लगातार उत्पादन और बिक्री का आंकलन कर रही हैं। यदि कोई संचालक टैक्स चोरी करते पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी, जिसमें जुर्माना और सामग्री की जब्ती भी शामिल है।