हापुड़ के शहरी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बाधित होने पर तुरंत समस्या दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। आवासीय क्षेत्रों में अगर 15 मिनट भी बिजली गुल हुई तो फॉल्ट तत्काल दुरुस्त किया जाएगा। औद्योगिक क्षेत्रों में पांच मिनट से अधिक समय के लिए सप्लाई कटने पर जिम्मेदारों को जवाब देना पड़ेगा। बिन वजह सप्लाई बाधित रखने पर संबंधित पर गाज गिरेगी। हर दिन की रिपोर्ट पीवीवीएनएल को भेजी जाएगी।
हर बार भीषण गर्मियों में आँख-मिचौली का सिलसिला बना रहता है, लेकिन इस बार विशेष अनुरक्षण माह के अंतर्गत गर्मियों की तैयारियां पहले से ही शुरू कर दी थी। अभियान चलाकर सब स्टेशन और ट्रांसफार्मरों का मेंटीनेंस किया गया। एबीसी केबल, जंपर, सीटी, फीडरों को भी ठीक कराया गया। कुछ ओवरलोड ट्रांसफार्मरों के साथ अतिरिक्त ट्रांसफार्मर भी लगाए गए। अब जब गर्मी ने दस्तक दी है, तापमान भी 36 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है तो ज्यादातर घरों में पंखे चलने लगे हैं।
इनकी वजह से ट्रांसफार्मर, फीडर और सब स्टेशन पर पड़ रहे लोड की अधिकारियों ने निगरानी शुरू कर दी है। अक्तूबर और फरवरी में अनुरक्षण माह चल चुका है। अब अप्रैल में फिर एक बार अनुरक्षण माह चलाने की तैयारी है। इसी क्रम में शहर के प्रत्येक खंड में अधिशासी अभियंता, एई और जेई को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बिन वजह सप्लाई बाधित रखने पर संबंधित पर गाज गिरेगी। क्योंकि रिवैंप और बिजनेस प्लान के तहत लाइनें भी दुरस्त की जा चुकी हैं। 15 मिनट से अधिक सप्लाई बाधित रहने पर जिम्मेदारों को लिखित में इसका जवाब देना होगा।
अधीक्षण अभियंता अवनीश कुमार- ने बताया की जिले के उपभोक्ताओं को गर्मियों में निर्बाध बिजली सप्लाई मिलेगी। बिन वजह सप्लाई का कट नहीं लगाया जा सकेगा। संबंधित अधिकारी की सीधे जिम्मेदारी तय की गई है, फाल्ट भी तत्काल दुरुस्त होंगे।