हापुड़ जिले के 27160 किसानों ने ई-केवाईसी नहीं कराई है। जिसके कारण उनकी सम्मान निधि की 15वीं किस्त रुक सकती है। किसान मित्र घर-घर जाकर किसानों को ई- केवाईसी के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को हर साल छह हजार रुपये दिए जाते हैं। तीन किस्तों में यह पैसा हर चार माह में दिया जाता है। जिले में 1.21 लाख किसान हैं। सम्मान निधि के लिए पिछले साल ही किसानों के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य कर दी गई थी। 13वीं किस्त के दौरान 30 हजार से अधिक किसानों को पैसा नहीं मिला था।
हालांकि कृषि विभाग ने अभियान चलाकर किसानों की ई- केवाईसी कराई। फिर भी 27 हजार से ज्यादा किसान बच गए हैं। इन किसानों को योजना से जोड़ने के लिए अब घर-घर दस्तक अभियान चलाया जा रहा है। किसान प्रावीधिक सहायकों को सूची मुहैया कराई गई है। साथ ही उनके मोबाइल में एप भी डाउनलोड कराया गया। जिसके जरिए घर पर ही किसानों से दस्तावेज लेकर उनकी केवाईसी कराई जा सकती है।
दस दिन से यह अभियान चल रहा है, फिर भी बड़ी संख्या में किसान केवाईसी से वंचित रह गए हैं। जिन किसानों ने केवाईसी नहीं कराई है, उनकी सम्मान निधि की 15वीं किस्त रुक सकती है। मोबाइल एप के जरिए घर पर ही सुविधा दी जा रही है, फिर भी बहुत से किसान लापरवाही बरत रहे हैं। इन किसानों को आगामी 15वीं किस्त में समस्या होगी। क्योंकि पहले ही स्पष्ट किया जा चुका है कि जो किसान ई केवाईसी नहीं कराएंगे उन्हें योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
उप कृषि निदेशक डॉ. वीबी द्विवेदी- का कहना है की जिले के किसान जो ईं केवाईसी नहीं करा पाएं हैं वह कृषि विभाग के कार्यालय, जन सेवा केंद्र पर करा सकते हैं। इन दिनों किसान प्रावैधिक सहायक घर घर जा रहे हैं, इनसे घर पर ही ई-केवाईसी करा सकते हैं।