जनपद हापुड़ में फिट इन्डिया की मिलाल लठीरा वृद्ध आश्रम में सैकड़ों वृद्धजन महिला और पुरुष पेश कर रहे है।
हालांकि घर छुटने पर अपनों का मलाल है मगर अब घर लौटने की भी चाहत नहीं है। देश प्रदेश की सरकारें पर्यावरण को स्वच्छ करने के लिए मोटी धनराशि खर्च कर पौधारोपण कराती है।
गौरेया बचाओ अभियान चलाकर स्वस्थ भारत की परिकल्पना कर रही है। ऐसे में लठीरा वृद्ध आश्रम में सैकड़ों वृद्धजन अपनी मिसाल पेश कर कहते है कि हमें किसी भी प्रकार का प्रदूषण पर्यावरण के कारण बुढ़ापा नजर नहीं आ रहा है।
वृद्ध आश्रम में रह रहे 92 वर्षीय गौरी शंकर 88 वर्षीय मदन मोहन, 80 वर्षीय अकबर ने बताया कि हमें अपना घर छूटने का उस समय मलाल हुआ जब हम अपने घर से बेघर हो गये थे। अब हमें किसी तरह का कोई परेशानी और मलाल नहीं है हम सब एक साथ मिलकर रह रहे है।
लठीरा गुरु विश्राम वृद्ध आश्रम के प्रबंधक नावेद चौधरी ने बताया कि आश्रम में 500 वृद्धजन महिला और पुरुष रहते है।
अधिकांश 80 साल को पार कर 100 के आसपास है। वृद्धजनों को कोई परेशानी भी नहीं है। आधुनिक चिकित्सा पद्वति के साथ आश्रम में उपचार की सुविधा भी है।