जनपद हापुड़ केलालपुर गांव में बृहस्पतिवार को चक्रवाती तूफान ने तांडव मचाया। इसकी चपेट में आकर 30 से अधिक विशालकाय पेड़ उखड़ गए और सैकड़ों बीघा गन्ना, बंदगोभी, चारा की फसलें नष्ट हो गई।
गांव के मंदिर का भवन भी क्षतिग्रस्त हो गया। डीएम के आदेश पर प्रशासन की टीम ने भी जायजा लिया है।
बृहस्पतिवार शाम करीब 4 बजे लालपुर गांव से करीब 500 मीटर दूरी पर चक्रवाती तूफान की दस्तक हुई। तेज आवाज के साथ हवा के झोंके तेजी से आगे बढ़ रहे थे।
इस दौरान जो भी रास्ते में आया उसे कई फुट ऊंचाई तक उड़ा ले गया। तूफान ने गांव के किसानों की फसलों और विशालकाय पेड़ों को भी जड़ से उखाड़ फैंका, प्रत्यक्षदर्शी किसानों ने बताया कि तूफान के दौरान पेड़ गेंद की तरह उछल रहे थे।
सड़क किनारे एक विशालकाय नीम का पेड़ करीब 20 फुट ऊपर तक उड़कर पास के ही मंदिर भवन पर जा गिरा। इससे पूरा भवन चकनाचूर हो गया।
तूफान काठीखेड़ा की ओर से होते हुए आगे बढ़ गया, इसके रास्ते में जो भी फसलें आई वह तबाह हो गई। देर शाम प्रशासन की टीम ने भी जायजा लिया।
इन किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं लालपुर निवासी किसान अमृत सिंह, सुखवीर सिंह, सोपाल सिंह, वेदपाल सिंह, तेजपाल सिंह, रामपाल सिंह, धर्मपाल सिंह, रेखा, सोमेंद्र, विनोद, अमरपाल की फसलें नष्ट हो गई।
हापुड़ जिलाधिकारी-मेधा रूपम ने बताया कि आए चक्रवात से नुकसान की सूचना मिलते ही एसडीएम और एडीएम को निर्देशित कर दिया गया है। सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।