जनपद हापुड़ में पहले कोरोना फिर दो साल लंपी रोग के कारण कार्तिक गंगा मेले मे गधा-खच्चर मेला का आयोजन नहीं हो सका था। लेकिन इस साल चार साल के बाद गंगा के ऐतिहासिक कार्तिक मेले में गधा खच्चर मेले का आयोजन किया जाएगा।
इस गंगा कार्तिक मेले में करीब 25 से 30 लाख श्रद्धालु भाग लेते हैं। इस किसान मेले का एक महत्वपूर्ण हिस्सा गधा खच्चर मेला भी होता है। मेले में करोड़ों रुपये का कारोबार होता है और यहां बड़ी संख्या में उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान तक से पशु व्यापारी पशुओं की खरीद फरोख्त के लिए आते हैं। एक बड़े हिस्से में इस मेले का आयोजन किया जाता है।
पशुओं की लंपी बीमारी के कारण इस मेले के आयोजन की शासन से अनुमति नहीं मिल पा रही थी। इस बार पशुपालन विभाग से हरी झंडी मिलने के बाद डीएम ने शासन को इसकी अनुमति के लिए पत्र लिखा था। जिसके बाद गंगा किनारे इस पशु मेले के आयोजन की इसकी अनुमति मिल गई है।
अनुमति मिलने के बाद जिला पंचायत करीब 15 लाख रुपये में इस मेले का आयोजन करेगा। अपर मुख्य अधिकारी आरती मिश्रा ने बताया कि टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मेले का सफल आयोजन किया जाएगा।