जनपद हापुड़ में निर्माण के दौरान बेनूर हो चुके जिले के हाईवे को हरा भरा करने की कवायद शुरू हो गई है। मेरठ बुलंदशहर हाईवे पर पहले चरण में किठौर कट से ततारपुर मोड़ तक जुलाई में पौधरोपण होगा। हाईवे किनारे की दस हेक्टेयर भूमि में ग्रीन बेल्ट विकसित करते हुए तीन श्रेणियों में ये पौधे लगाए जाएंगे। पूरे हाईवे पर करीब 60 हजार पौधे लगाए जाएंगे।
वन विभाग मेरठ-बुलंदशहर हाईवे एनएच 334 के किनारे स्थित 10 हेक्टेयर भूमि में ग्रीन बेल्ट विकसित करेगा। दरअसल हाईवे निर्माण के दौरान हजारों पेड़ों का कटान हुआ था। पेड़ कटने और वाहनों की संख्या बढ़ने से प्रदूषण भी बढ़ गया हैं। ऐसे में वन विभाग और एनएचएआई ने हाईवे के किनारे ग्रीन बैल्ट विकसित करने का फैसला लिया था।
मेरठ से बुलंदशहर तक 64 किमी लंबे एनएच 334 का निर्माण तीन साल पहले हुआ था। इसके लिए करीब 15 हजार पौधों को काटना पड़ा था। सबसे अधिक पेड़ हापुड़ और बुलंदशहर के बीच काटे गए थे। कुल मिलाकर 886 करोड़ की लागत से बने इस हाईवे किनारे फिलहाल पेड़ों की बेहद कमी है।
वन विभाग की पहल के बाद पहले चरण में किठौर रोड.कट से ततारपुर फ्लाईओवर तक 6400 पौधे जुलाई में लगाए जाएंगे। इसके लिए जल्दी ही गड्ढे खोदने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। ताकि पूरे हाईवे पर करीब 60 हजार पौधे लगाए जाएंगे।