हापुड़ | जून की तपती गर्मी ने हापुड़ जिले की बिजली व्यवस्था की पोल खोल दी है। तापमान 38 डिग्री के पार पहुंचते ही जिले के सभी 53 बिजलीघरों में लो वोल्टेज और ट्रिपिंग की गंभीर समस्या सामने आई है। 11 हजार वोल्टेज के बजाय केवल 9500 वोल्ट तक की आपूर्ति हो रही है, जिससे आवासीय क्षेत्रों के साथ-साथ नलकूप फीडरों पर भी असर पड़ा है।
दिनभर में 60 बार ट्रिपिंग, रातभर अंधेरे में डूबे इलाके
दिनभर 60 से अधिक बार विभिन्न फीडरों पर ट्रिपिंग की घटनाएं हुईं। खासकर लक्ष्मण गढ़ी क्षेत्र में मंगलवार रात से ही बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप रही। स्थानीय निवासी प्रवीण सेठी ने बताया कि ट्रांसफार्मर में खराबी आने पर उन्होंने कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों को फोन किया, लेकिन एक्सईएन, एसडीओ और जेई में से किसी ने भी फोन नहीं उठाया। इससे आक्रोशित लोगों ने बुधवार सुबह दिल्ली रोड बिजलीघर पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया। हंगामे के बाद दोपहर में जाकर सप्लाई बहाल की जा सकी।
अतराड़ा, अजराड़ा और आवास विकास में भी रही भारी परेशानी
अतराड़ा और अजराड़ा गांवों में भी बिजली संकट जारी रहा। देर रात तक बिजली विभाग की टीम नई लाइन बिछाने में जुटी रही। इसी तरह रामपुर रोड स्थित बिजलीघर के फीडर नंबर पांच से जुड़े पुराना बाजार, भंडा पट्टी, और मेरठ रोड आवास विकास कॉलोनी के 100 से ज्यादा घर करीब 17 घंटे तक बिजली से वंचित रहे। मंगलवार रात डेढ़ बजे से लेकर बुधवार शाम 4:30 बजे तक बिजली नहीं आई।
ट्रांसफार्मर जलने लगे, तारों में उठ रही चिंगारियां
लो वोल्टेज के चलते कई जगहों पर ट्रांसफार्मर फुंकने और तारों के अधिक गर्म होकर जलने की घटनाएं सामने आ रही हैं। बिजली आपूर्ति की यह अनियमितता न सिर्फ लोगों की दिनचर्या को बाधित कर रही है बल्कि उपकरणों के खराब होने और पेयजल संकट को भी जन्म दे रही है।
प्रशासन हरकत में, लापरवाह कर्मियों पर होगी सख्ती
बिजली संकट को देखते हुए अधीक्षण अभियंता एसके अग्रवाल ने बताया, “बिजली सप्लाई को निर्बाध बनाए रखने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। फाल्ट को तत्काल ठीक करने और सीयूजी नंबर पर आने वाली शिकायतों का तत्काल समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं। लापरवाही बरतने वालों पर कार्यवाही होगी।”