268 अस्पतालों में से 52 के आवेदन प्रभावित, अब दोबारा करनी होगी प्रक्रिया
हापुड़। स्वास्थ्य विभाग की पंजीकरण पोर्टल साइट क्रैश हो जाने से जिले के दर्जनों निजी अस्पतालों, क्लीनिकों और पैथोलॉजी लैबों के पंजीकरण व नवीनीकरण संबंधी आवेदन गुम हो गए हैं। विभाग ने अब सभी संबंधित संस्थानों को दोबारा आवेदन करने के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, पांच जून से 17 जून के बीच किए गए ऑनलाइन आवेदन अब विभागीय पोर्टल पर दिखाई नहीं दे रहे हैं। इस दौरान करीब 52 अस्पतालों व लैबों ने अपने पंजीकरण या नवीनीकरण के लिए आवेदन किया था, जिनमें से कई को विभाग द्वारा स्वीकृति भी मिल चुकी थी। लेकिन अब साइट पर उन सभी आवेदनों का कोई रिकॉर्ड मौजूद नहीं है।
सभी आवेदन हुए निरस्त, फिर से करनी होगी प्रक्रिया
सीएमओ कार्यालय ने स्पष्ट किया है कि पोर्टल में तकनीकी गड़बड़ी के कारण सभी रिकॉर्ड मिट गए हैं। इससे संबंधित सभी अस्पतालों को नोटिस भेज दिए गए हैं, और नए सिरे से आवेदन करने को कहा गया है।
जिन संस्थानों का पहले नवीनीकरण हो चुका था, उन्हें भी पोर्टल पर दोबारा सभी बिंदुओं पर विवरण भरकर आवेदन करना होगा।
268 अस्पताल, क्लीनिक व लैब पंजीकृत
हापुड़ जिले में कुल 268 निजी चिकित्सा संस्थान पंजीकृत हैं, जिनमें एलोपैथी, आयुर्वेद और पैथोलॉजी की इकाइयाँ शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग प्रतिवर्ष इनका पंजीकरण और नवीनीकरण करता है। जून के पहले दो हफ्तों में हुए इस गड़बड़झाले से दर्जनों संस्थान प्रभावित हुए हैं।
बीयूएमएस अस्पतालों की जिम्मेदारी अब आयुर्वेद विभाग को?
विभागीय सूत्रों के अनुसार, अब बीयूएमएस (बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी) अस्पतालों के पंजीकरण और नवीनीकरण का कार्य स्वास्थ्य विभाग की बजाय आयुर्वेद विभाग को सौंपा जा सकता है। इसे लेकर शासन स्तर पर विचार किया जा रहा है।
सीएमओ का बयान
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील त्यागी ने कहा,
“पोर्टल में ऊपर से ही समस्या उत्पन्न हुई थी, लेकिन अब साइट पर काम शुरू हो गया है। जिन अस्पतालों ने आवेदन किया था, उन्हें पुनः प्रक्रिया से गुजरना होगा। जल्द ही सभी का नवीनीकरण किया जाएगा।”