हापुड़, रविवार: शहर के रामलीला मैदान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया, जब स्ट्रीट लाइट का खंभा गिरने से तीन बच्चे घायल हो गए। हादसे में गंभीर रूप से घायल 17 वर्षीय लड़की को तत्काल देवनंदनी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
घायल लड़की के पिता महिपाल, जो सब्जी का ठेला लगाकर अपने परिवार का गुज़ारा करते हैं, ने बताया कि उनकी बेटी की गर्दन की दो हड्डियां टूट चुकी हैं और सिर में 17 टांके आए हैं। महिपाल की पत्नी घरों में काम करती हैं, और दोनों मिलकर जैसे-तैसे परिवार चला रहे हैं। अब बेटी की गंभीर हालत और इलाज के भारी खर्च के सामने उनका परिवार पूरी तरह से टूट चुका है।
सामाजिक सहयोग से जुटाई गई मदद
इस दुखद स्थिति में रामलीला कमेटी और स्थानीय समाजसेवी लोग आगे आए हैं। रामलीला कमेटी की ओर से अनिल आजाद ने 21,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी, वहीं नगरपालिका के तारा बाबू ने कर्मचारियों से सहयोग लेकर 11,000 रुपये जुटाए। इसके अतिरिक्त, समाज के अन्य लोगों ने मिलकर करीब 20,000 रुपये पीड़ित परिवार को दिए।
अनिल आजाद ने बताया कि उन्होंने नगरपालिका ईओ से भी संपर्क किया, लेकिन वे कार्यालय में उपस्थित नहीं थे। फोन पर बातचीत के दौरान ईओ ने बताया कि यह एक आपदा की श्रेणी में आता है, और इसमें नगरपालिका की सीधी जिम्मेदारी नहीं बनती, फिर भी यथासंभव सहायता दी जाएगी।
प्रशासन से भी मिला आश्वासन
रामलीला कमेटी के प्रयासों से मामला हापुड़ सदर की एसडीएम इला प्रकाश तक पहुंचाया गया, जिन्होंने पीड़ित परिवार को बुलाकर नियमानुसार आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया है।
अब तक रामलीला कमेटी और समाजसेवियों के माध्यम से पीड़ित परिवार को कुल लगभग 50,000 रुपये की सहायता राशि उपलब्ध कराई जा चुकी है।
सवाल उठते हैं जिम्मेदारी पर
इस हादसे ने प्रशासन और आयोजकों की जिम्मेदारी पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर कैसे एक सार्वजनिक कार्यक्रम में सुरक्षा के पर्याप्त इंतज़ाम नहीं किए गए, जिससे बच्चों की जान पर बन आई?
जरूरत है और मदद की
पीड़ित परिवार अभी भी आर्थिक तंगी से जूझ रहा है और लड़की की जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। समाज और प्रशासन से अपेक्षा की जा रही है कि वे इस मुश्किल घड़ी में परिवार को और अधिक सहयोग प्रदान करें।